अंदर की बुराई से कैसे निपटें?

अंदर की बुराई से निपटने के लिए सबसे पहले  तो समझना होगा कि आपके अंदर बुराई कौन सी है, क्योंकि बिना बुराई को समझे आप उसको दूर नहीं कर सकते […]

ईर्ष्या क्यों होती है?

ईर्ष्या का जन्म कहां से होता ? ईर्ष्या का जो मूल है, वो हमारा मन है, क्योंकि आपके मन की धारणाएं ही ईर्ष्या को जन्म देती है, और माध्यम दूसरा बनता है।

भगवान पर विश्वास

ईश्वर कुछ न कुछ व्यव्स्था कर देगा कि घर समय से पहुंच जाए, रास्ते में आते समय बहुत सारे लोग मिले जिसे उसने कहा कि उसे घर तक छोड़ दे उसको जल्दी पहुंचना है,

भगवद्गीता कोट्स, प्रकृति, पुरुष तथा चेतना

श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं, परमात्मा समस्त इन्द्रियों के मूल स्त्रोत हैं, फिर भी वे इन्द्रियों से रहित हैं। वे समस्त जीवों के पालनकर्ता होकर भी अनासक्त हैं, वे प्रकृति […]

भगवत गीता सुविचार! भगवान का ऐश्वर्य!

भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं, न तो देवतागण मेरी उत्पत्ति या ऐश्वर्य को जानते हैं, और न महर्षिगण ही जानते हैं, क्योंकि मैं सभी प्रकार से देवताओं और महर्षियों […]

हिंदी सुविचार

हिंदी सुविचार [motivational quotes in hindi] सुविचार को पढ़ने के साथ जीवन में उतारने की कोशिश करिए, तभी आपके जीवन में बदलाव आएगा। हमेशा अपने बुरे विचारों को बदलने की […]

भगवत गीता कोट्स (परमगुह्ज्ञान)

श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं!  जो लोग भक्ति में श्रद्धा नहीं रखते, वे मुझे प्राप्त नहीं कर पाते। और वे इस भौतिक जगत में जन्म-मृत्यु के मार्ग में वापस आते […]