तनाव दूर करने का सबसे सरल तरीका
एक बार एक आदमी अपनी कार से ऑफिस जा रहा था, उस दिन ऑफिस थोड़ा जल्दी पहुंचना था इसलिए गाड़ी भी थोड़ी तेज चला रहा था ताकि जल्दी से जल्दी वो ऑफिस पहुंच जाए, आज रास्ते में भीड़ काफी थी जो कि अन्य दिनो में नहीं होती थी , जैसे ही कार ऑफिस के नजदीक पहुंचती है, सामने से एक ट्रक तेज गति से चला रहा था जो सीधे कार से टकरा गया हालाकि ट्रक वाले ने बहुत बचाने की कोशिश की लेकिन कार के आगे का हिस्सा डैमेज हो गया , जिसकी वजह से ट्रक वाले से भी आदमी का कहासुनी हो गई लेकिन ट्रक वाला आदमी की ही गलती बताकर चला गया। अब आदमी काफी दुखी हो गया कि उसकी कार डैमेज हो गई किसी तरह ऑफिस पहुंचा तो उसको परेशान देखकर ऑफिस वालों ने पूंछा कि क्या हो गया इतने तनाव में क्यों हो, तो व्यक्ति ने कहा उसकी कार डैमेज हो गई , तो ऑफिस वालों ने समझाया कि कार डैमेज हो गई तो दोबारा भी बन जाएगी , लेकिन ये तो अच्छा हुआ कि तुम्हे थोड़ी भी चोट नहीं लगी इसके लिए तो तुम्हे खुश होना चाहिए, बहुत समझाने के बाद आदमी का मूड थोड़ा ठीक हुआ तो उसे लगा कि वो बेवजह ही तनाव ले रहा था, इसमें कोई दुखी होने की जरूरत नहीं थीं।
दोस्तों ये कहानी हम सभी की है, हम एक छोटी सी घटना को लेकर इतना सोच लेते हैं, कि अब जीवन ही नहीं चलेगा , जबकि वास्तविकता है, कि जीवन में कुछ न कुछ रोज होगा हम उसको रोंक नहीं सकते । बेहतर है कि हम उसको ये सोचकर कि आगे कुछ अच्छा होगा, और सकारात्मक सोच ऱखकर आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन अगर हम उसी से दुखी होने लगेंगे तो फिर आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
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