आपका आज भले ही बुरा हो, लेकिन हिम्मत मत हारिए कल जरूर अच्छा होगा।
हमें जीवन की सीख पंछियों से लेना चाहिए , जिनके पास कल खाने की व्यवस्था नहीं होती , लेकिन विश्वास होता है, कि कल परिश्रम करेंगे तो जरूर भोजन मिलेगा।
सीखने के लिए कोई उम्र नहीं होती , इसलिए सीखते रहिए जीतना आप सीखेंगे उतनी ही जीतने की संभावना भी बढ़ती जाएगी।
आप भले ही खास मुकाम हांसिल न कर पाएं लेकिन प्रय़ास से पीछे मत हटिए, क्योंकि आपका प्रयास ही आपको कुशल बनाता है, और कुशलता ही सफलता दिलाती है।
आपके पास धन नहीं इसके लिए निराश मत होइए, क्योंकि सफल होने के धन से ज्यादा मजबूत मन की जरूरत होती है।
असफलता निश्चित है,तो भी हार मत मानिए क्योंकि आपकी असफलता का तजुर्बा ही आपको सफल बनाएगा।
अगर वाकई में आप सफल इंसान बनाना चाहते हैं, तो दिखावा करना छोड़े दीजिए, अन्यथा आप खुद को कभी योग्य बना ही नहीं पाएंगे।

असफलताओं से कभी निराश मत हो , क्योंकि असफलता ही वह सीढ़ी है, जो हमें कुशल बनाकर सफलता दिला सकती है।
कोई कुछ भी कहे आप अपने लक्ष्य पर अडिग रहिए, क्योंकि दुनिया सुनना कम देखना ज्यादा पसंद करती है।
सफलता चाहते हैं, तो कभी बहरे, कभी गूंगे बन जाइए, अन्यथा आप कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
अपनी ताऱीफ सुनने में अपना समय व्यर्थ मत करिए, क्योंकि तारीफें सुनने से केवल घमंड बढ़ता है, न कि काबिलियत।
सफलता एक दिन में नहीं मिलती, लेकिन अगर प्रयास करते रहे तो एक दिन जरूर मिलेगी।

जब मनचाहा न मिले तो समझो किस्मत नहीं चाहती, लेकिन इरादे वही रखो क्योंकि किस्मत उससे बढ़कर देना चाहती है।
आपका कल कैसा था ये कभी मायने नहीं रखता, मायने केवल ये रखता है, कि आज आप क्या कर रहे हैं।
आपकी एक बार की गलती भूल हो सकती है, लेकिन बार बार की गलती खुद के प्रति अपराध है, इससे बचकर रहें।
अपनी किस्मत को दोष मत कीजिए बल्कि प्रयास करिए, क्योंकि किस्मत भी आपकी ही बनाई हुई है।
Motivational quotes in hindi for success
मजबूत वही बनता है, जो ठोकरें खाता है इसलिए संघर्ष से पीछे मत हटिए।
व्यवहार सबसे अच्छा रखो , रिश्ते बनाओ लेकिन खुद को इतना मजबूत बनाकर रखो कि किसी भी परिस्थिति को अकेले सम्भाल सको, क्योंकि कौन कितना साथ देगा ये निश्चित नहीं है।
इम्तहान भले ही हमे कठिन लगते हों, लेकिन उसका परिणाम हमेशा अच्छा लगता है।
लोग आपके सपनो पर तभी तक हंसते हैं, जब तक आपको सफलता नहीं मिलती ।
अपने कानों को इतना खुला मत रखिए कि कोई भी आपको हतोत्साहित कर जाए।

खुश रहने की आदत डालिए तभी आप सफल इंसान बनने की योग्यता पाएंगे।
अगर आप प्रयास करते हैं, तो आपको कभी न कभी अवसर मिलेगा ही और आप सफल हो जाएंगे।
अकेले रहना सीखिए क्योंकि भीड़ भले ही आपके साथ खड़ी हो, लेकिन खुद के विचारों और स्थितियों को आपको ही सम्भालना होगा।
जिसको चलने की आदत हो गई हो उसको मंजिलों की परवाह नहीं करनी चाहिए, क्योंकि मंजिल तो मिल ही जानी है।
प्रयास इतनी सिद्दत से करिए कि परिणाम की चिंता ही न करनी पड़े।
असफलताओं को भले ही नकारा जाता हो लेकिन सफलता का असली मुकाम वही हांसिल कर पाता है, जो असफल हो चुका हो।
इस बात का शोक मत मनाइए कि आपको वो नहीं मिला जो आप चाहते हैं, क्योंकि जब जीवन में कुछ विशेष मिलना होता है, तो अक्सर छोटी चीजें नहीं मिलती।

Motivational quotes in hindi
सफलता में खुशी मनाइए लेकिन खुशी के चक्कर में ये मत भूलिए कि अभी केवल एक सफलता मिली है, सफलता की कहानियां बनना बांकी है।
खुद को सफल बनाने के लिए अपनी नजर केवल वर्तमान पर रखिए , क्योंकि वर्तमान ही आपका भविष्य बनाता है।
जो लोग वास्तव में सफलता चाहते हैं, तो उन लोगों को भी आगे बढ़ाने का प्रयास करिए जो आपसे पीछे हैं।
इंसान को असफलता और सफलता दोनो को एक ही समझना चाहिए क्योंकि असफलता से हमारी असीमित सफलता के द्वार खुलते हैं।
जीवन में हारने जैसा कुछ नहीं होता, क्योंकि अगर हम कभी असफल होते हैं, तो हमारा नुकसान कुछ नहीं होता, बल्कि उसका अनुभव मिल जाता है।
अपनी सफलता की तारीफ कभी मत सुनिए क्योंकि ऐसा करके आपका अह्म बढ़ जाएगा जो आपको कभी आगे नहीं बढ़ने देगा।
अपने कमियाों को दूसरों को कभी मत बताइए क्योंकि इंसान अच्छाइयाों से ज्यादा कमियों को याद रखता है।
अगर आप किसी को धार्मिक व्यक्ति मानते हैं, जो सबसे पहले देखिए कि क्या वो दयावान है, अगर नहीं है तो वह किसी भी प्रकार का धार्मिक व्यक्ति नहीं है।
जीवन से शिकायतें करना बंद कर दीजिए क्योंकि शिकायतें करने से केवल दुख बढ़ता है, जीवन नहीं बदलता।

खुद को दूसरों के लिए साबित करने की कोशिश कभी मत करिए, क्योंकि लोग अपनी जरूरत अनुसार विश्वास करते हैं।
इंसान के पापकर्म मन की इच्छा के कारण ही होते हैं, अगर वो इच्छाओं को महत्व नहीं देगा तो पाप नहीं होगा।
अपने मन को कुछ भी सोचने की स्वतंत्रता मत दीजिए, क्योंकि स्वच्छंद मन मतवाले हांथी की तरह होता है, जो केवल आपको नुकसान ही पहुंचाएगा।
निंदा करने में अपने समय व्यर्थ मत करिए क्योंकि निंदा करने से मन इतना गंदा हो जाता है कि उसमें अच्छे विचार आना बंद हो जाते हैं।
हर वो व्यक्ति अच्छा है जो दूसरों का बुरा नहीं चाहता चाहे वो गरीब हो या अमीर

जीवन में सफलता के लिए दूसरों का हक मत छीनिए क्योंकि अगर ऐसा करके आप सफल भी हो गए तो भी आपका मन आपको परेशान करता रहेगा।
जब भी आपका मन अनियंत्रित हो उस समय़ सांसों को थोड़ी देर रोक कर साथ में भगवान का स्मरण करना शुरू करिए आपका मन नियंत्रण मेें आ जाएगा।
कोशिशें खुद की गलतियां देखनी की करिए, दूसरों की देखेंगे तो कभी परिवर्तन नहीं होगा।
भगवान कृष्ण गीता में कहते हैं, हे अर्जुन जो अनन्य भाव से निरंतर मेरा स्मरण करता है उसके लिए मैं सुलभ हूं , क्योंकि वह मेरी भक्ति में प्रवृत्त रहता है।
जीवन के हर पल का सदुपयोग करना सीखिए क्योंकि बीते गए समय को हम पैसे देकर भी खरीद नहीं सकते।
ईश्वर भाव से प्रसन्न होते हैं, वस्तुएं तो केवल समर्पण का संस्कार बनाने के लिए है।
जीवन में खूब सफलता प्राप्त करिए लेकिन इस बात का ध्यान रखिए कि आप अपनी प्रसन्नता न खो दें।
संसार का स्मरण ही दुख है, और भगवान का स्मरण ही सच्चा सुख है, अब लोग संसार में सच्चा सुख ढ़ूढ़ेंगे तो कैसे मिलेगा।
अगर आपको वास्तविक सफलता चाहिए तो सबसे पहले आपको खुद पर ध्यान देना होगा।
सफलता तो हर कोई चाहता है, लेकिन त्याग करने के लिए बिरले लोग ही तैयार होते हैं।
लोग खुद को सफल दूसरों के कहने से मानते है, जबकि सफलता खुद के पैमाने से मापने पर पता चलती है।
दुनिया में हर कोई खुशी की तलाश करता है, लेकिन खुश नहीं रह पाता क्योंकि उसको जो मिला उसमें संतुष्ट होने के बजाय जो नहीं है, उसके अफसोस में दुखी रहता है।
निर्णय हमेशा अपनी परिस्थिति अनुसार लें, न कि दूसरों की राय अनुसार, क्योंकि परिस्थितियों का सामना आपको ही करना पड़ेगा।
जीवन में जब आशावादी होते हैं, तो आपके अनगिनत संभावनाएं दिखती है, लेकिन जैसे ही आप निराश होते हैं, तो जो आपके हांथ में है वो भी नहीं कर पाते।
Motivation in hindi
अपने मन को इतने काबू में रखिए कि दूसरों की बातों से आपका मन दुखी न हो, क्योंकि दुनिया हमेशा आपके हित की बात नहीं करेगी।
जब जीवन में लगे कि अब कुछ नहीं होने वाला तो एक बार ये जरूर सोचिए कि जब आप नहीं थे तब भी दुनिया थी तो समझ में आ जाएगा कि संसार की गतिविधियां हमेशा चलती रहेंगी।
आप असफल तभी तक माने जाते हैं, जब तक आप प्रय़ास नहीं करते ,प्रय़ास करते ही आपकी पहचान बदल जाती है।
दुनिया में सफल वही लोगे होते हैं,जो अक्सर खुद को जीतने में लगे होते हैं।
कभी ये मत सोचो कि समय निकल गया,अगर आपको लगता है, कि आप कर सकते हैं, तो यही सही समय है।
आपको दुनिया में कोई नहीं हरा सकता, सिवाय आपके विचार के।
आपकी कीमत तभी होगी , जब आप दूसरों के लिए उपयोगी होंगे, इसलिए अपनी उपयोगिता बनाए रखिए।
इंसान के पास विपरीत परिस्थितियों में भी खुश रहने के विकल्प मौजूद रहते हैं,लेकिन वो अपने नकारात्मक नजरिए की वजह से उनको नजर अंदाज करता रहता है।
जिस इंसान की नियत खराब होती है,उसका वक्त हमेशा खराब रहता है।
दूसरों की निंदा करना,दूसरों की बुराइयों को मनन करना है,जिससे आपका मन भी मैला हो जाता है।
सच्चे लोग पारस की तरह होते हैं,जैसे पारस को छूने पर लोहा सोना बन जाता है,उसी तरह सच्चे लोगों की संगति से बुरे व्यक्ति का भी जीवन बदल जाता है।
ईश्वर हमेशा सरल व्यक्ति को मिलते हैं,क्योंकि कपटी व्यक्ति तो भगवान से भी सौदा करने को तैयार रहते हैं।
जो फल इंसान को अन्य युगो में कठिन तप करके मिलते थे,वो कलियुग में केवल भगवान (राम) नाम स्मरण से ही मिल जाते हैं।
अगर आपका मन अशांत है,या अवसाद है,तो राम नाम का स्मरण,जाप करना शुरू करिए,आपका मन आनंदित हो जाएगा।
जिस तरह किसी भी विषय को जानने के लिए उस विषय की भाषा का ज्ञान जरूरी है,उसी तरह परमात्मा को जानने के लिए भी शास्त्रो का ज्ञान,तप,ध्यान, ईश्वर के प्रति आपका प्रेम होना चाहिए,अन्यथा वो हमारी पहुंच से बाहर ही रहेगा।
अगर आपकी इज्जत पैसे से है,तो वो इज्जत पैसे के साथ चली भी जाएगी,बेहतर है,आप अपने चरित्र और व्यवहार से इज्जत कमाइए,जो आपकी असली दौलत है।

श्रेष्ठ व्यक्ति के साथ किया गय छल इंसान की बर्बादी के सारे रास्ते खोल देता है।
इंसान अपने दुख से कम ही दुखी है,उसका वास्तविक दुख ये हैं,कि वो दूसरों के जैसा नहीं बन पाया।
जो परमात्मा को अपना मानता है,वो दुख को भी भगवान की कृपा समझता है,और आनंदित रहता है।
दुनिया वालों से पूर्णता की उम्मीद मत करिए,दुख ही मिलेगा,क्योंकि पूर्ण केवल ईश्वर है।
आप कितने ही योग्य क्यों न हों,सभी को खुश नहीं रह सकते,बेहतर है,आप दूसरों के खुश रखने की जगह श्रेष्ठ कर्म करिए।
सच की भूख सबको है,पर जब परोसा जाता है,तो कई लोगों को हजम नहीं होता।
दुख और सुख दोनो मन का भ्रम है,बेहतर है, आप भक्ति करिए, जिसमें परमानंद है।
संसार को भोग की दृष्टि से देखने वाले लोग हमेशा दुखी रहते हैं,क्योंकि भोग करने के चक्कर में इंसान सत्य को नकारने लगता है।
आपका सबसे बड़ा शत्रु केवल आपका मन है,जिसमें अनंत वासनाएं,क्रोध,लोभ,मोह भरा रहता है,और आप इसी के चक्कर में जीवन बर्बाद कर देते हैं।
किसी के साथ गलत करके ये मत समझो कि तुम्हे कोई नहीं देख रहा है,क्योंकि तुम बाहर वाले को धोखा दे सकते हो,लेकिन तुम्हारे कर्मों का हिसाब तो तुम्हारे अंदर बैठा ईश्वर कर रहा है।
किसी के साथ गलत करके ये मत समझो कि तुम्हे कोई नहीं देख रहा है,क्योंकि तुम बाहर वाले को धोखा दे सकते हो,लेकिन तुम्हारे कर्मों का हिसाब तो तुम्हारे अंदर बैठा ईश्वर कर रहा है।
Inspirational Quotes in hindi
अगर तुम दुख की कल्पना करके दुखी हो सकते हो,तो भगवान का चिंतन करना शुरू कर दो,हमेशा आनंदित रहोगे।
इंसान बिना कुछ लिए संसार में आता है,लेकिन हमेशा तेरा -मेरा के चक्कर में पड़ा रहता है,और अंत में फिर खाली हाथ चला जाता है।
किसी का साथ देना हो जीते जी दो,मरने के बाद तो दुश्मन भी श्मशान तक साथ जाता है।
अपना समय ये सोच करके बर्बाद मत करो,कि कल क्या होगा,बल्कि अपने आज का सदुपयोग करो,कल का क्या पता क्या होगा।
किसी की मदद ये सोच कर मत करो कि वो भी आपकी मदद करेगा,क्योंकि हर वृक्ष में एक तरह के फल नहीं लगते।
किसी को गरीब देखकर उसका मजाक मत उड़ाना, क्योंकि वक्त राजा को रंक और रंक को राजा में बदलने की ताकत रखता है।
जब किसी को धोखा देना हो तो उसको धोखा मत देना,बल्कि उसको सच बता देना,क्योंकि धोखा खाया हुआ इंसान किसी पर विश्वास नहीं कर पाएगा।
आपका मन भगवान को मानने के लिए मिला है,इसलिए मन से भगवान को मानिए,और दिमाग संसार को जानने के लिए है,उससे संसार की वास्तविकता जानिए,इस तरह आप भगवान से मिल जाएंगे,औऱ संसार को भी जान पाएंगे।
आपको गुस्सा तभी आता है,जब आप बाहर की परिस्थिति को नियंत्रित करना चाहते हैं,लेकिन वो आपको नियंत्रण में नहीं होती।
इंसान को रोना दो कारणों से आता है,या तो वो अपने इरादे में कामयाब नही हुआ,या फिर उसके विरोध में कुछ हो गया।
इंसान राक्षस तभी बनता है,जब वह ये भूल जाता है,कि इस संसार का मालिक ईश्वर है,और जो पल में प्रलय कर सकता है।
अपनी इच्छाओं के लिए दुखी होना बंद कर दीजिए,क्योंकि कर्म करना आपके हांथ में है,लेकिन उसका फल ईश्वर के हाथ में होता है,वो उचित समय आने पर ही मिलेगा।
मोटिवेशलन कोट्स इन हिंदी
जिस दिन आपके मन में हर जीव के प्रति दया का भाव आ जाएगा,उस दिन से आपको खुशियों के लिए भटकना नहीं पडे़गा।
अगर आप अपनी योग्यता का उपयोग दूसरों को नीचा दिखाने के लिए करते हैं,इसका मतलब आप अयोग्य ही है।
अगर आपको कभी भगवान के होने या होने पर अविश्वास हो तो,तो आप कुछ महीने कम से कम 1-2 घंटे भगवान का नाम लेकर देखिए,आपका जीवन बदल जाएगा।
बड़ा आदमी पैसे से बड़ा नहीं होता,वास्वव में बड़ा व्यक्ति वह है,जिसमें जिसका मन उसके वश में है।
अज्ञानी व्यक्ति समस्याओं से ही दुखी रहता है,ज्ञानी व्यक्ति समस्याओं में संभावनाएं तलाशता है।
सफलता कभी एक दिन में नहीं मिलती,लेकिन अगर प्रयास किया जाए,तो एक दिन जरूर मिलती है।
दूसरों से अपनी खुशी चाहने वाले वैसे ही हैं,जैसे महल में रहने वाला भीख मांगने की इच्छा रखता हो।
अगर आपका पसंद नापसंद दुनिया वालों के अनुसार बदलती रहती है,इसका मतलब आप गुलामी की जिंदगी जी रहे हैं।
ईश्वर की शरणागति आपको सारी बाधाओं से मुक्त कर,आनंद प्रदान करती है।
जो मिल गया उसमें संतुष्ट रहना सीखिए,क्योंकि जो मिला है,वो भी जाने वाला है।
खुद को दूसरों के लिए कभी साबित मत करो,क्योंकि लोगों की पसंद रोज बदलती है।
किसी को अपनी पसंद-नापसंद मत बनाओ,क्योंकि दोनो ही आपको लिए घातक है।
जिससे जीवन भर का रिश्ता हो,उसकी कड़वी बातों को नजरअंदाज करना सीखो।
दूसरों के प्रभाव में आकर निर्णय मत लो,क्योंकि हर इंसान की परिस्थिति अलग अलग होती है।
माफी मांगने से आप कमजोर नहीं होते,बल्कि खुद के दिमाग को किसी के प्रति नकारात्मक विचार से मुक्त करते हो।
किसी भी समस्या के प्रति खुद को मजबूर मत समझो,क्योंकि समस्याओं का अस्तित्व थोड़े समय के लिए होता है।
लोगों की बातों पर ज्यादा ध्यान मत दो,क्योंकि जब तुम कुछ नहीं करोगे तो कहेंगे निकम्मा है,जब कुछ करोगे तो कहेंगे,तुम ये क्यों कर रहे हो,और जब सुनना बंद कर दोगे तो कहेंगे कि किसी की नहीं सुनता।
तुम समस्याओं से बच ही नहीं सकते ,बेहतर यही है,कि तुम अपना साहस पहाड़ जैसा कर लो।
आप भले ही कितने अच्छे हों,लेकिन आपकी एक गलती आपकी सारी अच्छाइयों पर भारी पड़ सकती है।
आप दुनिया में किसी को नहीं समझ सकते, जब तक आप खुद को नहीं समझ लेते ।
आप दुनिया में किसी को नहीं समझ सकते, जब तक आप खुद को नहीं समझ लेते ।
आप दुनिया में किसी को नहीं समझ सकते, जब तक आप खुद को नहीं समझ लेते ।
किसी भी बात को सत्य मानकर तब तक न बैठें,जब आपका अनुभव पूरा न हुआ हो,क्योंकि मानी गई बातें गलत भी हो सकती है।
किसी भी बात को सत्य मानकर तब तक न बैठें,जब आपका अनुभव पूरा न हुआ हो,क्योंकि मानी गई बातें गलत भी हो सकती है।
जिस किसी भी इंंसान में दया नहीं है,वह केवल दिखने में इंसान है।
रोने से पहले हंसना सीखिए,क्योंकि रोना तो स्वाभाविक हो जाएगा,जबकि हंसने के लिए आदत बनानी पड़ेगी।
मरने से मत डरो,बल्कि जीते जी ऐसा कुछ करो,कि तुम्हारी उपस्थिति हमेशा बनी रहे।
Best Motivational Quotes
बोलने से पहले सुनना सीखिए,और खर्च करने से पहले कमाना।
किसी भी बात को मानने से पहले,अनुभव करो,तभी सत्य का पता लगेगा।
ईश्वर है या नहीं ये तर्क का विषय नहीं है,बल्कि तर्क का विषय यह है,कि आपने ईश्वरीय मार्ग का अनुसरण कितना किया है।
दूसरों को समझने का प्रयास निरर्थक है,क्योंकि आप किसी के व्यवहार को देख सकते हैं,भावनाओं को नहीं ।
दिखावट केवल आपको भ्रमित करने के लिए है,सत्य हमेशा सादगी भरा होता है।
किसी का विरोध करने के लिए आपको किसी प्रयास की जरूरत नहीं पड़ती,जबकि सृजन करने के लिए असीमित त्याग करना पड़ता है।
हमेशा आज में जिओ,क्योंकि बीता हुआ कल वापिस नहीं आता,और भविष्य अनिश्चित है।
अपनी खुशी दूसरों से चाहने का मतलब है,खुद को दूसरे का गुलाम बनाना।
अपनी खुशी दूसरों से चाहने का मतलब है,खुद को दूसरे का गुलाम बनाना ।
दुनिया में खुश वह नहीं है,जिसके पास सम्पत्ति ज्यादा है,बल्कि खुश तो वह है,जिसकी इच्छाएं सीमित हैं।
नशा चाहे दौलत का हो या शराब का,जीवन को नर्क बनाने के लिए काफी है।
नशा चाहे दौलत का हो या शराब का,जीवन को नर्क बनाने के लिए काफी है।
बच्चों को अश्लील फिल्मों और गानो की आदत लगाकर महापुरुष बनाने की कल्पना करना मूर्खतापूर्ण है।
बच्चों को ताजा और गुणवत्तापूर्ण भोजन की जगह पिज्जा बर्गर खिलाना बीमारी का निमंत्रण है,न कि आधुनिकता।
छोटे बच्चों को मोबाइल गेम का आदी बनाने का मतलब है,कि बच्चों को मानसिक बीमार बनाना।
जब तक इंसान का चरित्र अच्छा नहीं होगा,उसका अच्छा इंसान बनना असंभव है।
इंसान की आधुनिकता उसके कपड़ों से नहीं बल्कि उसके व्यवहार और ज्ञान से होती है।
अधिकतर लोगों की असफलता का कारण ये हैं,कि उनका सलाहकार उनकी पसंद का है,न कि सत्य बताने वाला।
सबसे ज्यादा गुमराह वो लोग हैं,जो पैसो वालों से जीवन जीने की प्रेरणा लेते हैं।
नशा करना भले ही इंसान को धनवान दिखाने में सहायता करे,लेकिन नशा करने वाले की दो तीन पीढ़ियां बर्बाद हो जाती हैं।
मानसिक बीमारी का इलाज भगवान का नाम ,उनकी कथाएं , आध्यात्मिक ज्ञान और ध्यान ही है।
इंसान का मानसिक दुख उसी के संग्रह किए गए गलत विचारों का हैं,लेकिन अज्ञानतावश वह दूसरों को दोष देता रहता है।
अगर इंसान के कार्यकलाप अच्छे नहीं है,तो उसका जीवन दुख भरा ही रहेगा।
सफल लोगों की 10 आदतें-
1- जीवन से शिकायत नहीं करते
2- समस्या से ज्यादा समाधान पर विचार करते हैं।
3- बीते हुए कल से सीख लेते हैं, उसका शोक नहीं मनाते
4- छोटी-छोटी बातों को लेकर नहीं बैठते
5- खुद में खुश रहते हैं
6-दूसरों से उम्मीद कम रखते हैं।
7- समय व्यर्थ नहीं करते
8- निंदा पसंद नहीं करते
9- अनाश्यक बोलना पसंद नहीं करते
10- असफलता के लिए दूसरों को दोष नहीं देते ।
हमेशा खुश कैसे रहें?
1- सूर्योदय से एक घंटे पहले सोकर उठें
2- सुबह उठकर वज्रासन में बैठकर एक लीटर पानी पिएं
3- सुबह टहलने की आदत डालें
4- सूर्य नमस्कार व प्राणायाम करें
5- सोकर उठने के बाद 20 मिनट भगवान के नाम का जप करें व रात्रि में सोने से पहले जप करें
6- सोने से पहले अपनी गलतियों के भगवान से क्षमा मांग ले और दूसरों को भी माफ कर दें
7- संतुष्ट रहिए क्योंकि जो मिला आपके कर्मों का फल है
8- दूसरों से आशा न रखें
9- नकारात्मक दृष्टिकोण वाले लोगों से दूर रहें
10- अपने मन को विचारों से प्रभावित होना छोड़ दीजिए
11- दूसरों से तुलना न करें
12- अपना काम समय पर करें
13- कल की चिंता करना छोड़ दीजिए क्योंकि कल अनिश्चित है।
ईर्ष्या से कैसे बचें?
1- दूसरों से तुलना न करे
2- दूसरों की सम्पत्ति व श्रेष्ठता का चिंतन न करें
3- अपनी क्षमता व सफलता से संतुष्ट रहें
4- दूसरों की सफलता से केवल प्रेरणा लें
5- दिखावे का जीवन न जिएं
6- खुद को श्रेष्ठ न समझें क्योंकि समय बदलता रहता है
7- इस बात का ध्यान रखें कि आपके पास जो है, आपके कर्मों का फल है और जो दूसरों के पास है वो उनके कर्मों का फल है, इसीलिए ईर्ष्या करना व्यर्थ है।
जीवन की गूढ़ बातें!
1- मृत्यु ही सत्य है
2- लालच ही नर्क का रास्ता है
3- दूसरों से आशा ही दूख का मूल है
4- असंतोष से ही अशांति मिलती है
5- भौतिक अस्तित्व अस्थाई है
6- धन औऱ अपेक्षाएं ही रिश्ते टूटने का कारण है
7- चिंतन ही मोह का कारण है
8- इन्द्रियां ही मन को अनियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार हैं।
समय का सदुपयोग कैसे करें?
1-हर कार्य का समय निर्धारित करिए।
2-सुबह ध्यान व नाम जप अवश्य करें,ताकि आप मानसिक रूप से मजबूत रहें।
3-सोशल मीडिया,गेमिंग में समय न व्यतीत करें।
4-अपने कार्य की प्राथमिकता निर्धाऱित करें।
5-अनावश्यक चर्चा न करें।
6-अनावश्यक कार्य में भाग न लें।
7-कल के कार्य की तैयारी आज कर लें।
8- सुबह जल्दी उठें ताकि आप खुद को पूरा समय दे सकें
9- हर कार्य को अपने हांथ में न लें अन्यथा आप आवश्यक कार्य नहीं कर पाएंगे।
10- निंदा करने व सुनने से बचें अन्यता आपके दिमाग अस्थिर रहेगा
11- दूसरों का चिंतन न करें अन्यथा आपके पास खुद के लिए समय नहीं बचेगा।
सोशल मीडिया आने से एक फायदा हुआ कि हर कोई कुछ न कुछ बोलने लगा लेकिन कब, कितना बोलना है ये सिखाने में असफल रहा इसीलिए सोशल मीडिया में विमर्श से ज्यादा विवाद होता है।
दूसरों से कैसा व्यवहार रखें?
1- कम बोलें
2- ज्यादा सुनें
3- वैसा व्यवहार रखें जैसा दूसरों से चाहते हैं
4- अपेक्षा न रखें
5- सहयोग की भावना रखें
6- दुख पहुचाने की भावना न रखें
7- अनावश्यक न बोंले
8-बातों से ज्यादा भावनाओं सो समझने की कोशिश करिए
9-प्रसन्न रहें ताकि दूसरों को प्रेरित किया जा सके
अकेले कैसे खुश रहें?
1- दूसरों से आशा न रखें
2-आत्मनिर्भर बनें
3-प्राणायाम करें
4- विचारों को कंट्रोल करना सीखिए
5- अपने कार्य का समय निर्धारित करिए
6- काम कल पर मत छोड़िए
7- ईश्वर स्मरण का सहारा लाजिए
8- घबराना छोड़ दीजिए क्योंकि होगा वही जो होना होगा
9- निश्चिंत रहने की आदत डालिए
10- परोपकार करिए इससे आप खुश रहेंगे
कर्मों का फल न मिलने पर भी धैर्य रखें क्योंकि कर्मो का फल स्वेच्छा अनुसार नहीं बल्कि योग्यता अनुसार मिलता है।
शास्त्र स्वाध्याय करने से क्या होता है?
1- खुद की गलतियां पता लगती है।
2-जीवन जीने का ढंग पता चलता है।
3- मन मजबूत होता है।
4- ज्ञान बढ़ता है।
5- मन साफ होता है
6- गलत आदतें छूटती हैं।
7- कर्तव्य पालन की प्रेरणा मिलती है
8-तनाव से मुक्ति मिलती है
इंसान की इच्छाओं का अंत इसलिए नहीं होता क्योंकि इंसान को ये भ्रम है कि इच्छा से सुख मिल सकता है, जबकि सत्य ये है कि इंसान इच्छा से सुख इच्छा पूर्ति तक होता है, उसके बाद दूसरी इच्छा जन्म ले लेती है।
जीवन से कुछ भी खोने का डर निकाल दीजिए क्योंकि इस दुनिया में कुछ भी स्थाई नहीं है सबकुछ बदलता रहता है, जो आज है वो कल नहीं रहेगा।
कभी खुद से भी मुलाकात कीजिए, लोगों की भीड़ में खुद को मत खोइए।
कल की चिंता में वक्त मत गवाइए, आज प्रयास करिए, आपके आज के प्रयास ही सुनहरा कल बनाएंगे।
मिन्नते मत करिए किसी से कि वो आपकी इज्जत करें, अपने आदर्शों और कर्मों को ऊंचा करिए क्योंकि लोग याचना नहीं कर्म देखते हैं।
महफिलें भी उन्ही की शान को बढ़ाती हैं, जो खुद का वजूद के लिए प्रयास करते हैं।
AAJ KA SUVICHAR
कौन कहेगा इसकी चिंता करना छोड़ दीजिए क्योंकि आपके अनुसार नहीं बल्कि अपनी नियत अनुसार बोलते हैं।
सुविचार को पढ़ने के साथ जीवन में उतारने की कोशिश करिए, तभी आपके जीवन में बदलाव आएगा।
हमेशा अपने बुरे विचारों को बदलने की कोशिश मत करिए, आप केवल कर्म अच्छे करिए, विचार खुद ब खुद अच्छे हो जाएंगे।
सुख की तलाश में अपने जीवन को व्यर्थ मत करिए, बस मुस्कुराने की आदत डालिए , सुख आपको पास खुद ही चला आएगा।
धार्मिक बनने के लिए आपके जीवन में परोपकार , दया, सत्य , ध्यान, भक्ति और ज्ञान होना चाहिए, क्योंकि जब तक आपके आचरण में धर्म नहीं आएगा आप जीवन की श्रेष्ठता का अनुभव नहीं कर पाएंगे।
आपके जीवन की श्रेष्ठता इस बात से निर्धारित नहीं होती कि आप दूसरों को कितना नीचा साबित कर पाते हैं, बल्कि आपकी श्रेष्ठता इस बात से साबित होती है, कि आप दूसरों को कितना श्रेष्ठ बना पाते हैं।
आपके जीवन में फर्क इस बात से नहीं पड़ता कि आप खुद को कितना अच्छा साबित कर पाते हैं, फर्क केवल इस बात से पड़ता है, कि वास्तव में आप कितने अच्छे हैं।
परिस्थिति जरूरी नहीं है कि हमेशा आपके अनुकूल रहे , लेकिन आप अपने मन की स्थिति को हमेशा अनुकूल बनाकर खुश रह सकते हैं।
जैसा बर्ताव आप खुद के साथ चाहते हैं, वैसा ही दूसरों के साथ करना ही अच्छाई है, और जैसा बर्ताव आप खुद के नहीं चाहते वैसा दूसरों के साथ करना ही बुराई है।
दूसरों को दुखी देखकरअगर आपको आनंद आने लगा है, तो आपको ये समझ जाना चाहिए कि आपने इंसान होने की योग्यता खो दी है।
जब तक आप बाहरी दुनिया में खुशियां ढूढ़ेगे तो दुखी ही रहेंगे, लेकिन जब आप खुद में ही खुशी ढ़ूढ लेंगे तो आपको कोई दुखी नहीं कर पाएगा।
निंदा करने वाले व्यक्ति से हमेशा ही दूर रहिए, क्योंकि निंदा करने वाला निंदा ही करेगा, जो आज दूसरे की आपसे कर रहा है, कल आपकी दूसरों से करेगा।
जीवन में जब दूसरों का हक छीन कर आपको बड़ा बनने का मौका मिले तो आप वो अवसर छोड़ देना, क्योंकि ऐसी उपलब्धि आपके हुनर को खत्म करने के साथ साथ आपके जीवन में निराशा पैदा कर देगी।
आपकी क्षमता का अंदाजा आपकी एक असफलता से कभी नहीं लगाया जा सकता , जैसे समुद्र की एक बूंद से समुद्र की गहराई का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।
दूसरों की बातों को जीवन में इतना महत्व मत दीजिए , कि वो आपकी खुशियों को तबाह कर सकें, क्योंकि दुनिया में आपकी खुसी से अनमोल कुछ भी नहीं है।
कठिन से कठिन परिस्थिति में भी अपने आचरण को सामान्य रखें, क्योंकि आपकी परिस्थिति तो कल बदल जाएगी लेकिन आपकी इमेज बदलने में जिंदगी लग जाती है।
जीवन में बुरा समय आपको बर्बाद करने के लिए नहीं आता , वास्तव में बुरा समय जीवन की वास्तविकता को बताने लिए और आपको मजबत बनाने के लिए आता है।
आपके मन में जो डर की भावना रहती है, वो केवल आपकी कल्पना के कारण ही रहती है, अगर आप डर की कल्पना नहीं करेंगे तो आपको डर का एहसास नहीं होगा।
मन से किसी भी डर या किसी भी नकारात्मक विचार को खत्म करने का सबसे सरल साधन भगवान के नाम का जप है, आप जितना जाप करते जाएंगे आप उतना ही निर्भय बनते जाएंगे।
अच्छे संस्कार अच्छी संगति से ही आएंगे, चाहे आप कितनी भी पढ़ाई कर लें, जब तक आपकी संगति अच्छी नहीं होगी आप संस्कारवान नहीं बन पाएंगे।
जीवन में हम जब भी गलत करते हैं, तो सबसे पहले हमारे अंदर से आवाज आती है, कि ये गलत है लेकिन हम अह्म में आकर और दूसरों की नजरों में महान बनने के लिए गलत करते हैं, और वही हमारे पतन का कारण बनता है।
अपना इरादा दूसरों को सुख पहुचाने का रखिए, फिर देखिए कि जीवन कितना शानदार होता है।
सत्य का रास्ता कठिन कभी नहीं होता , बल्कि सच ये है, कि हम जीवन पर झूठे रास्ते पर चलतें हैं, इसलिए सत्य के रास्तें से हमे डर लगता है।
जीवन में खूब धन कमाइए, लेकिन धन कमाने के चक्कर में आनंद कमाना न भूलिए, क्योंकि दुनिया का सारा संघर्ष आनंद के लिए ही है!
आपके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है, आप हमेशा खुद को खुश रख सकें!
बुरी परिस्थितियां पानी के बुलबुलों की तरह हैं, जिनका अस्तित्व थोड़े समय के लिए है, उसके लिए घबराएं नहीं, बल्कि उनका आनंद लें।
जीवन का कोई भी रास्ता इतना कठिन नहीं है, जितना हम मान लेते हैं, बात केवल इतनी सी है, कि हमे उस रास्ते में चलने की आदत नहीं है।
हार मान कर बैठने से परिस्थितियां कभी नहीं बदलती, बल्कि परिस्थितियां और विपरीत हो जाती हैं।
कभी दुनिया कि बातों से दुखी मत होना, क्योंकि लोग आपको वही देते हैं जो उनके पास होता है, ज्ञानी ज्ञान देता है, प्रेमी प्रेम बाँटता है, और जिसके पास घृणा है, वो घृणा बाँटता है!

ये अहम् कभी मत रखिए कि आपकी वजह से सब चल रहा है, क्योंकि दुनिया आपके पहले भी चल रही थी आगे भी चलेगी, और चलाने वाला कोई और है, आप नहीं!
संसार में भरोसा केवल इतना रखिए, कि भरोसा टूटने पर दुखी न हों, क्योंकि अधिकतर भरोसा स्वार्थ पर आधारित है, जिसका टूटना तय हैं।
जो मन से बहुत ज्यादा परेशान हों, वो सोते समय 30 मिनट तक लगातार हरिनाम जपकर सो जाएं, या कथा सुनकर सो जाएं, आपका मन ठीक हो जाएगा।
किसी की मदद ये सोच कर कभी मत करिए, कि वो भी आपकी मदद करेगा, क्योंकि हर वृक्ष में एक तरह के फल नहीं लगते ।
अत्यधिक संग्रह कि भावना आपको अंदर से खोखला बना देती है, उसके विपरीत त्याग कि भावना आपको अत्यधिक मजबूत और पूर्णता का अनुभव कराती है।
असंतुष्टि का भाव इंसान के जीवन में अत्यधिक निराशा और अवसाद को जन्म देता है।
जीवन की कोई समस्या हमसे ताकतवर नहीं है, कि हमें दुखी कर सके, गलती हमारी हैं कि हम उनको बड़ा मान लेते हैं।
आप जितना अनावश्यक बोलेंगे जीवन में उतनी अनावश्यक उलझने आएंगी, और जितना मौन रहेंगे उतनी समझदारी बढेगी।
संसार में अच्छे कार्यों की निंदा होना स्वाभाविक है, क्योंकि परखा हीरों को ही जाता है, पत्थरो की कोई कीमत नहीं करता।
हमेशा सही संगति का चुनाव करने का प्रयास करिए, क्योंकि अगर आपको चुनाव करना नहीं आता तो आप बुरी संगति में फंस जाएंगे।
अपने हृदय में पहला स्थान गुरु, माता पिता, और भगवान को ही दीजिए, न कि किसी फ़िल्म स्टार, और किसी धनवान, या किसी गलत आदत को।
बुरे बिचारों से मुक्ति के लिए बुराई सुनना बंद करिए, बुरे लोगों की संगति छोड़िए, अच्छी संगति करिए, आध्यात्मिक ग्रन्थ पढ़िए, सेवा करिए।
मुस्कुराने के लिए कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ता, लेकिन अफ़सोस कि लोग फिर भी नहीं मुस्कुराते।
जीवन में इच्छाओं को जीवन का आधार न बनाएं, बल्कि प्रभु चिंतन को जीवन का आधार बनाएं, ताकि जीवन में आनंद बना रहे।
जीवन की कोई परिस्थिति स्थाई नहीं है, इसलिए परस्थितियों के लिए कभी खुद को दुखी न करें।
जीवन में कठिन परिस्थितियां जो कुछ सिखा देती हैं, वो जीवन में कोई भी स्कूल कॉलेज नहीं सिखा सकती, इसलिए उनसे घबराएं नहीं।
कोई किसी को दुख नहीं देता, वास्तव में इंसान के कर्म और दूसरों से रखी गई उम्मीदें ही दुख देती हैं।
भगवान का नाम में हर अवसाद और समस्याओं को दूर करने की क्षमता है, लेकिन लोग अब उसी से दूर हैं।
जीवन में आपको कोई खुश नहीं रख सकता, अगर आप खुद को खुश रखने की कोशिश नहीं करते।
अपने अच्छे विचारों से दूसरों को सहमत मत करिए, लोग विचारों से कम परिणाम से ज्यादा बदलते हैं।
आपका क्रोध भले ही ऐसा लगता हो कि दूसरों का नुकसान करता हो, लेकिन वास्तव में आपकी चेतना को खत्म कर देता है।
दूसरों पर निर्भरता आपको अपाहिज बनाने के लिए काफी है।
Suvichar
इंसान का दुख वास्तव में दूसरे के कारण नहीं है, बल्कि उसका दुख उसी के गलत इच्छाओं के कारण हैं।
जीवन में जितना इच्छाओं का बोझ रहेगा, जीवन उतना ही बोझ रहेगा।
जीवन में गलत कार्य करने पर भले ही आपको कोई न देखे, लेकिन आपको उसका परिणाम तो भुगतना ही पड़ेगा।
अपने मन के लिए आप आईना बनकर रहिए, ताकि आप मन की गलतियां देख सकें, और सुधार कर सकें!

इंसान भौतिक वस्तुओं से मन को संतुष्ट करना चाहता है, इसलिए दुखी रहता है, जबकि उसका असली ठिकाना भगवान की शरण है।
संसार में सुख है, यही भ्रम इंसान को भगाता रहता है, और इंसान हमेशा परेशान रहता है!
आप दुनियां जीत पाएं ये जरूरी नहीं , सबसे जरूरी तो ये है, कि आप अपने मन को जीत लें।
जिसके जीवन में दया है, वास्तव में वही धार्मिक है, बिना दया के उसको इंसान भी नहीं कहा जा सकता ।
जीवन की कोई राह कठिन है, वास्तव में हमें उस रास्ते पर चलने का अनुभव नहीं है।
जिस विचार को जितना महत्व देगें वैसी ही आपकी भावना होगी , चाहे वो अच्छे हों या बुरे, इसलिए हमेशा शुभ विचार रखिए।
मोह में फंसा व्यक्ति अपने जीवन के साथ साथ दूसरों का जीवन भी बर्बाद करता है, क्योंकि उसके निर्णय का दायरा बहुत संकीर्ण होता है!
दुनिया में खुद को ज्यादा महत्व मत दीजिए, क्योंकि दुनिया से बहुत सारे लोग जा चुके हैं, फिर भी दुनिया चल रही है!
जो होना है, वो होकर ही रहेगा, और जो नहीं होना वो कभी नहीं होगा, इसलिए व्यर्थ की चिंता न करें, केवल ईश्वर का स्मरण करते रहें।
अपने मन को उस पड़ोसी की तरह इग्नोर करना सीखिए, जो बहुत दुष्ट है, फिर भी उसका हर रोज दर्शन करना पड़ता है।
अपनी खुशी की जिम्मेदारी खुद लीजिए, दूसरे लेगें तो आप उनके गुलाम बन जाएंगे।
INSPIRATIONAL QUOTES
दुनिया को जीतने की कोशिश मत करिए, आप केवल अपने मन को जीतिए, दुनिया जीतने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जिस दिन आप मन की गलतियां देखने की आदत डाल लेंगे, आप सुखी हो जाएंगे।
भौतिक वस्तुएं तो किसी को शांति नहीं दे सकती , लेकिन इंसान फिर भी भौतिकता में शांति ढूढ़ता है।
आपकी भावनाओं का प्रभाव आपके शरीर पर भी पड़ता है, इसलिए भावनाओं को हमेशा अच्छा रखें!
जीवन में जब तक इंसान अभाव का स्मरण करता रहेगा, उसके जीवन में शांति नहीं आ सकती !
जीवन की किसी घटना के जिम्मेदार बनकर मत ठहरिए, जिंदगी जीने का नाम है, रास्ता बनाइए और चलते रहिए!
अपना गलतियों का आईना खुद बनना सीखिए, क्योंकि दूसरे गलतियां बताएंगे तो आपको बुरा लगेगा।
जीवन में खुद के लिए समय निकालना शुरू करिए, तभी आप कुछ अच्छा कर पाएंगे।
जीवन में दूसरों का हित सोचना शुरू करें, आप दुखी नहीं रहेंगे।
कोई किसी को दुख नहीं देता, इंसान की दूसरों से रखी गई उम्मीदें ही दुख देती हैं।
आईना बनना हो तो खुद की गलतियों का बनिए, दूसरों का नहीं।
अपने विचारों पर नियंत्रण रखना सीखिए, क्योंकि विचार ही कर्म बनाते हैं, औऱ कर्म ही भविष्य बनाते हैं।
जीवन में आशा रखिए, लेकिन इतनी मत रखिए कि पूरी न होने पर दुखी हो जाएं।
कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, इससे आप जितना दूर रहेंगे उतने ही खुश रहेंगे।
अपनी जुबान और नजरों को हमेशा सम्भाल कर रखें, क्योंकि आंखे बुराई देख सकती हैं, और जुबान बुराई करने लगेंगे।
खुद में मस्त रहना सीखिए, क्योंकि दुनिया के साथ मस्त रहने की कोशिश करेंगे तो आपको उनका गुलाम बनना पड़ेगा।
इंसान कभी अपनी परेशानियों से दुखी नहीं होता , वो केवल परेशानियों का बार बार चिंतन करने से दुखी होता है!
जीवन में कर्म अच्छे करिए, क्योंकि इंसान की पहचान कपड़ों से नहीं बल्कि उसके कर्मों से होती है।
जीवन में शोक करना बंद कर दीजिए, क्योंकि दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है, जो नष्ट नहीं होगा।

दूसरों को आईना बनने से पहले खुद के दाग साफ कर लेना ज्यादा अच्छा है, अन्यथा आईना दिखाने का घमंड आ जाएगा।
सीखने की हमेशा कोशिश करिए, जिससे आपके जीवन में हमेशा नयापन बना रहे।
हालातों से इंसान कभी कमजोर नहीं होता बल्कि उसकी मानसकि कल्पनाएं उसको कमजोर बनाती रहती है।
इंसान तभी खुद को असहाय समझता है, तब ये समझने के लिए लगता है, कि उसी के करने से सबकुछ होता है, जबकि संसार आपके रहते हुए भी चल रहा है, जब आप नहीं थे तब भी चल रहा था।
दूसरों से उम्मीद ये कभी न रखिए कि वो हमेशा अच्छा ही करेंगे , क्योंकि इंसान के मन को कोई भरोसा नहीं कभी भी बदल सकता है।
खुद के लिए सबकुछ करना अच्छी बात है, लेकिन जब कभी आपको लगे कि आपका पेट भर गया तो उन लोगों का भी ध्यान रखें जो भूखें हों।
जीवन की सार्थकता संग्रह करने में बिल्कुल भी नहीं है, बल्कि उपयोगिता में है।
जीवन में संतो की संगति हमेशा करते रहिए, क्योंकि संतो की संगति से आपके जीवन में अच्छे आचरण आते रहेंगे।
जीवन में धन कमाइए , लेकिन धन कमाने के चक्कर में स्वास्थ खराब मत करिए, क्योंकि स्वास्थ खराब हो गया तो धन का कोई मतलब नहीं है।
खुद की कमजोरियों का पता और दूसरों की असलियत का पता विपरीत परिस्तिथियों में ही चल पाता है।
जीवन में कारण बताने से काम नहीं चलता , लोग केवल परिणाम देखना पसंद करते हैं।
जब तक कोई बिल्डिंग बनकर तैयार नहीं होती कोई भी उसकी तारीफ नहीं करता , लेकिन बनने के बाद सभी तारीफ करते हैं, वैसे ही आप भले ही कितने भी अच्छे कार्य करते हैं, कोई विश्वास नहीं करेगा जब तक उसका परिणाम सामने ना आ जाए।
जब आप परेशान हो तो अकेले में बैठ कर सोचना कि क्या परेशान होने से परेशानी टल जाएगी कि आप शांत मन से केवल प्रयास करते रहें।
इंसान को गलत कर्म करने ही नहीं चाहिए भले ही कितना भी लाभ हो रहा हो क्योंकि प्रकृति उस कर्म का हिसाब करेंगी तो आप जहां थे वही पहुंच जाएंगे।
जीवन में डरने वाला कभी आगे नहीं बढ़ पाता क्योंकि उसकी कल्पनाएं उसको आगे नहीं बढ़ने देती ।
लोगों की इज्जत कभी पैसे से मत करिए बल्कि ज्ञान से करिए क्योंकि ज्ञान ही आपको रास्ता बताएगा।
किसी के बुरे वक्त पर मत हंसिए क्योंकि समय कभी भी किसी का बदल सकता है।
बुरा समय बताकर नहीं आता इसीलिए अच्छे समय का इतना सदुपयोग करिए कि बुरे समय आपको प्रभावित न कर पाए।
लोगों से उनकी अच्छी आदतें सीखने की कोशिश करिए, क्योंकि बुराई तो खुद ही आ जाती है।
घमंड चाहे पैसे का हो या रूप का गलत रास्ते पर ले जाने के लिए काफी है।
लोगों की सम्पत्ति से आकर्षित होना बंद कर दीजिए क्योंकि वो आकर्षण आपको गुलाम बना सकता है।
दुनिया में नफरत करने के लिए किसी की गलतियां जिम्मेदार नहीं हैं बल्कि आपका मन जिम्मेदार है, जो गलतियों का मनन करता रहता है, और फिर नफरत करने लगता है।
POSITIVE QUOTES
ज्ञान का ओहदा हमेशा ही पैसे से बड़ा होता है, लेकिन इंसान दिखावे के चक्कर में पैसे को बड़ा मान लेता है।
जीवन अच्छा बनाने के लिए संगति अच्छी बनाइए जीवन खुद-ब-खुद अच्छा बन जाएगा।
दिखावे से प्रसन्न होने वाले लोगों के जीवन में केवल निराशा ही बचती है, क्योंकि वो हमेशा धोखा ही खाते रहते हैं।
आपका जीवन आपकी आदतों से बनता है, जैसी आदत होती है, धीरे धीरे जीवन भी वैसा ही हो जाता है।
प्रकृति के बीच रहने की कोशिश करिए, आप तनाव ग्रस्त होने से बचे रहेंगे।
लोगों के बारे में ज्यादा सोचा मत करिए, क्योंकि लोगों की याददाश्त कमजोर होती है, आपको भुलाने में उन्हे देर नहीं लगेगी।
भविष्य का तनाव मत लीजिए आज का सदुपयोग करिए, जिसने आज तक सम्भाला वो आगे भी सम्भाल लेगा।
सुख- दुख केवल विचारों का चुनाव है।
मुस्कुराना कभी कम करिए, अन्यथा तनाव आपको घेर लेगा।
किसी की सक्सेस देखकर उससे ईर्ष्या करने से अच्छा आगे बढ़ने की प्रेरणा लीजिए।
अधर्म से धन मत कमाइए, क्योंकि वो अनगिनत दोष लेकर आता है।
जितना लोग धन की चिंता करते हैं, उससे ज्यादा मन की चिंता करनी चाहिए क्योंकि मन ही आपके जीवन की दिशा निर्धारित करता है।
जीवन में धन कमाने में बुराई नहीं है, बुराई केवल उसके दुरुपयोग में है।
जीवन में मान अपमान सुख दुख ये आते रहेंगे इनको सहने की आदत डालिए।
ये कभी मत सोचिए कि आप किसी रास्ते पर चलेंगे और रुकावट नहीं आएगी, क्योंकि रास्ते में कांटे आना स्वाभाविक है, तभी आपके जीवन में निर्भीकता और साहस आएगी।
मोटिवेशनल लाइन पढ़ते रहिए ताकि आप हमेशा उत्साहित रहें।
परिस्तिथियां कैसी भी हों, बस उत्साह कम नहीं होना चाहिए।
कल की मत सोचिए, आज में सारा समय और ऊर्जा लगा दीजिए कल अच्छा ही होगा।
ठोकरे देखकर रास्ते मत बदलिए , क्योंकि ठोकरों से ही आप मजबूत बनेंगे।
कोई आपके बारे में कभी कुछ नहीं कहता, लोग तो बस वही कहते हैं, जो वो सोचते हैं।
जैसे मोबाइल की बैट्री चार्ज करने के लिए चार्जर चाहिए वैसे ही जीवन की बैट्री को चार्ज करने के लिए सतसंग चाहिए।
जीवन में स्वतंत्रता जरूरी है, लेकिन संस्कार विहीन स्वतंत्रता विनाश कर देती है।
दुनिया के लिए आप भले ही बहुत अच्छे बन जाइए, लेकिन दुनिया आपकी एक गलती के लिए आपको बुरा बना देगी।
भौतिक सुविधाएं देखने में तो बहुत अच्छी लगती है लेकिन उसमें सुख का थोड़ा अनुभव होता पर सुख होता नहीं है।
इंसान का सबसे बड़ा भ्रम केवल यही है कि उसको पैसा मिल जाएगा तो सुखी हो जाएगा।
दूसरों में कमियां निकालने की आदत आपकी खुद की कमी को छुपा देती है, जिससे आपके आगे बढ़ने की संभावना खत्म हो जाती है।
पैसे का सुख तो केवल सुनने में अच्छा लगता है, वास्तविकता में तो लोग पैसे को लेकर ही दुखी रहते हैं।
भविष्य के सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन इस बात का ध्यान रखिए कि उस सपने के लिए वर्तमान खराब न हो।
कौन क्या कहेगा क्या नहीं कहेगा ऐसे सभी विचारों को त्यागकर सत्य की राह पर चलिए।
अपने समय की कीमत धन से ज्यादा करिए, क्योंकि धन तो कमाया जा सकता है, लेकिन समय वापिस नहीं लाया जा सकता ।
आपकी आंखे सबसे बड़ी माध्यम हैं मन को विचलित करने में, क्योंकि इनकी चंचलता ऐसे दृश्य को ग्रहण करती हैं, जो देखने योग्य नहीं है, फिर उन्ही की वजह से मन विचलित होता है।
संसार को नियंत्रित करने की जगह अपने मन को नियंत्रित करने की कला सीखिए, जीवन शानदार हो जाएगा।
कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, इससे आप जितना दूर रहेंगे उतना ही सुखी रहेंगे।
इस बात की फिक्र न करिए कि कोई आपकी इज्जत नहीं करता, क्योंकि अधिकांश इज्जत तो जरूरत की होती है, न कि इंसान की।
दूसरों को नियंंत्रित करने की इच्छा और दूसरों से अपनी इच्छापूर्ति की प्रबलता ही समाज में अपराध को जन्म देती है, और इसका समाधान केवल मन के नियंत्रण से ही संभव है।
आधुनिकता की अंधी दौड़ ने इंसान को मशीन बना दिया उसका अब न प्रकृति से वास्ता रहा न सत्यता से बस एक ही उद्देश्य कैसे भी करके धन कमाना और उसका प्रदर्शन करना।

कब क्या होगा क्या नहीं होगा इसकी चिंता छोड़कर केवल कर्तव्य पालन पर जोर दीजिए, क्योंकि सबकुछ आपके नियंत्रण में नहीं है, इसलिए उसकी चिंता भी न करें।
कब क्या होगा क्या नहीं होगा इसकी चिंता छोड़कर केवल कर्तव्य पालन पर जोर दीजिए, क्योंकि सबकुछ आपके नियंत्रण में नहीं है, इसलिए उसकी चिंता भी न करें।
भविष्य की अत्यधिक चिंता न करिए, क्योंकि भविष्य तो वर्तमान के कर्मों का परिणाम ही होगा।
इंसान के अत्यधिक तनाव का कारण उसकी अनियंत्रित दिनचर्या, अनियंत्रित खानपान और उसकी गलत संगति ही है।
ज्यादा ये सोचने की जगह की लोगों ने आपके साथ बुरा किया, ये सोचिए कि अब क्या करना है कि आपको कोई दुखी न कर पाए।
मन में ज्यादा बोझ लगे तो प्राणायाम करिए, दुख लगे तो भगवान का नाम जप, सेवा, स्वाध्याय करिए।
सुबह की शुरुआत चाय के साथ नहीं बल्कि अच्छे विचारों के साथ करिए, क्योंकि चाय थोड़ी देर के लिए ताजगी देगी लेकिन अच्छे जीवन पूरे दिन भर आपको ताजगी का एहसास कराएगें।
सुबह आपकी अच्छी तभी होगी जब आप रात में अच्छे विचार लेकर सोएंगे।
कल कैसा था इसकी चिंता न करते हुए केवल ये साचिए कि आने वाला कल कैसे बेहतर होगा।
सुबह अच्छी बनाने के लिए सुबह उठने के बाद अपने मन में नकारात्मक विचारों को आने से रोक दीजिए आपका सारा दिन अच्छा हो जाएगा।
आजकल सच्चे लोग इसलिए नहीं मिलते क्योंकि हम भी हम दिखावे को पसंद करने लगे हैं।
कल की चिंता में आज न खराब करें क्योंकि हर पल एक नई परिस्थितियां लेकर आता है।
इंसान का अधिकांश दुख इस बात के लिए रहता है कि सामने वाले ने उनके साथ वैसा व्यवहार नहीं किया जैसा वो दूसरों के साथ करते हैं, जबकि वास्तविकता में हर इंसान की प्रकृति ही अलग है।
दूसरों को दोष देने से बचें क्योंकि ऐसा करके आप खुद की जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ा लेंगे।
लोगों पर भले ही विश्वास न करें, लेकिन समय पर जरूर करिए क्योंकि समय हर किसी का बदलता है।
ईर्ष्या एक ऐसी आग है जो दिखती तो नहीं है, लेकिन आपकी खुशियों को जला डालती है।
दुनिया में विश्वास उसी पर करिए जो निस्वार्थ हो क्योंकि स्वार्थी व्यक्ति तो स्वार्थ के अनुसार बदलता रहता है।
आप कब सही थे ये कोई याद नहीं रखता लेकिन आप कहां गलत ये तो आपको कोई भी बता सकता है।
खुशी और शांति दोनो ही फ्री में मिलती है, बस लोगों ने ही दोनो को उपेक्षित कर रखा है।
दोस्ती नादानों से कीजिए हमेशा आपका साथ देंगे, जबकि समझदार केवल अपने मतलब के लिए ही आपका साथ देंगे।
अपनी कमजोरी किसी खास को भी नहीं बतानी चाहिए क्योंकि क्या पता आपके खास को आपकी एक बात बुरी लग जाए और वो आपका दुश्मन बन जाए।
दोस्ती हमेशा नादानों से कीजिए , क्योंकि यही आपके काम आएंगे, समझदार तो समय केवल अच्छे समय के लिए हैं।
किस्मत से ज्यादा कर्म पर भरोसा करिए क्योंकि कर्म से ही किस्मत बनती है।
जिसने ये सीख लिया कि कब क्या बोलना है और कब क्या नहीं बोलना है, उसका जीवन सबसे अच्छा रहता है।
इंसान के पास समय तो पर्याप्त रहता है हर कार्य का लेकिन दूसरों का चिंतन करने के कारण उसको खुद के लिए समय ही नहीं मिल पाता।
जीवन में शांत रहना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
जिस दिन आप खुद को ये समझा लेगें कि बाहर के परिवर्तन से आपके मन के परिवर्तन का कोई संबंध नहीं है, तो आपका मन शांत रहने लगेगा।
आध्यात्मिक ज्ञान ही इंसान को खुशहाल बना सकता है, भौतिक ज्ञान तो केवल आपको संसाधन दे सकता है।
जीवन में जितनी सरलता आती जाएगी जीवन उतना शानदार होता जाएगा औऱ जितना दिखावा आता जाएगा उतना ही जीवन दुख भरा रहेगा।
दूसरों के लिए खुद को साबित कभी मत करिए क्योंकि दूसरे आपको अपने पैमाने पर परखना चाहते हैं, जबकि आपका जीवन अलग है।
दूसरों की तुलना जीवन में अत्यधिक निराशा को जन्म देती है, लेकिन लोग इसी को अच्छा समझते हैं.
खुद में संतुष्ट रहना ही जीवन की कला है।
जब आप दुखी होते हैं, तो वास्तव में केवल आपके मन में ही परिवर्तन होता है, कि परिस्थितियों में।
जब बड़े कार्य से डर लगे तो शुरुआत छोटे से करें, बड़ा कार्य करने का आत्मविश्वास खुद ब खुद आ जाएगा।
हार का डर केवल एक कोरी कल्पना है, जिसे लगातार प्रयास करके ही दूर किया जा सकता है।
जीवन में उम्मीद कर्मों से ज्यादा मत करिए, क्योंकि मिलना वही है जितना कर्म है, बल्कि कोशिश ये करिए कि कर्म ही इतना हो कि फल के लिए सोचना ही न पड़े।
हमेशा ऊर्जावान कैसे रहें?
1- रात में सोने से पहले भगवव नाम जप करें या आध्यात्मिक ग्रंथ पढ़ें
2- रात में जल्दी सो जाएं
3- सूर्योदय से पहले उठें
4- अनावश्यक विचारों पर प्रतिक्रिया न करें
5- कम बोलें
6- अंकुरित आहार लें
7- अनावश्यक न देखें, न सुने, न पढ़ें
8- कार्य के दौर खुद को रिलैक्स करें फिर काम करें
9 सुबह टहलें, प्राणायाम व ध्यान करें
10- परोपकार करें व दूसरों का भला सोचें
11- ब्रह्मचर्य का पालन करें
दूसरों को कैसे समझें?
1- प्राणायाम करें इससे मन स्थिर रहेगा
2- विचारों पर ध्यान रखें
3- खुद को ये समझाइए कि विचार और आप दोनो अलग हैं
4- किसी के प्रति कोई विचार न रखिए
5- मन में देखिए कि जो विचार चल रहा है उसका दिमाग पर क्या असर हो रहा है
6- ये समझने की कोशिश करिए कि खुद के विचार के साथ व्यवहार में क्या परिवर्तन आता है।
7- भगवान का नाम जप करें
8- आध्यात्मिक ग्रंथों का अध्ययन करें इससे आपको सही गलत का पता लगेगा
9- सत्संग करिए इससे जीवन के गूढ़ रहस्य औऱ मन को समझने में सहायता मिलेगी
10- भोजन सात्विक करें
11- भगवान का लीला चिंतन करें इससे मन की सारी गलत भावनाएं खत्म हो जाएंगी
12- जब आप मन को समझ जाएंगे तो आप दूसरों की क्रिया प्रतिक्रिया भी समझने लगेंगे
13- ब्रह्मचर्य का पालन करें
14- दिनचर्या सही रखें
नकारात्मक विचारों को कैसे दूर करें?
1-अच्छा सुने
2- अच्छा पढ़ें
3- अच्छा चिंतन करें
4- अच्छी संगति करें
5- शास्त्र स्वाध्याय करें
6- अच्छा देखें
7- सेवा- परोपकार के कार्यों में भाग लें
8- सतसंग करें
9- संतोष करें
10- ईश्वर का धन्यवाद करें
11- प्राणायाम करें
12- ईश्वर का स्मरण व ध्यान करें
13- ब्रह्मचर्य का पालन करें।
अयोग्य को इज्जत देने से क्या होता है?
1- व्यक्ति अत्यधिक घमंडी हो जाता है
2- दूसरों को शोषण करने लगता है
3- दूसरों को मूर्ख समझता है.
4- अपराध को अपना गुण समझने लगता है
5- योग्य व्यक्तियों को नुकसान पहुंचाने लगता है
6- ज्ञान को दूषित करता है
7- खुद को बड़ा ज्ञानी समझने लगता है।
आधुनिक नशा जो बर्बाद कर रहा है?
1- विज्ञापन देखकर वस्तुएं खरीदने का नशा
2- निंदा का नशा
3- गर्लफ्रेंड-ब्वायफ्रेंड का नशा
4- दूसरों को नीचा दिखाने का नशा
5- शराव मादक पदार्थों का नशा
6- नान-वेज खाने का नशा
7- गेमिंग का नशा
8- सोशल मीडिया का नशा
9- सट्टेबाजी का नशा
चार से हमेशा परहेज करिए
1- नशे से
2- झूठे लोंगों से
3-दिखावा करने वालों से
4- लालची लोगों से