गेम की आदत कैसे छोड़ें
गेम की आदत कैसे छोड़ें

गेम की आदत कैसे छोड़ें?

जबसे स्मार्टफोन्स की पहुंच हर इंसान तक हुई है,तब से गेमिंग ने भी उतनी ही तेजी से लोगों के दिमाग में अपनी जगह बना ली है, कुछ महीने पहले पबजी गेम इतना पापुलर हो चुका था कि अधिकतर युवा उसी के दिवाने हो गए थे।

इंसान का जो मन होता है,वो इतना शक्तिशाली होता है,कि अगर बार बार किसी भी कार्य  को आप करते हैं,या उसको देखते हैं,तो आपका मन उसी के लिए आपको प्रेरित करता है,और अधिकतर लोगों के साथ ये होता है,कि वो भी मन के अनुसार ही चलने लगते हैं,बिना ये समझे कि वो कार्य सही है या नहीं,जिसके कारण अधिकतर युवा नशे या अन्य गलत चीजों के आदी हो जाते हैं।

दोस्तों अधिकतर जो हिंसक गेम होते है,हिंसक का तात्पर्य यहां पर ये है,कि जिसमें लड़ाई, झगड़ा या फिर आपको सैनिक की भूमिका दी जाती है,वो बेहद खतरनाक होते हैं,कोई भी इंसान जो हिंसक गेम खेलता है,उसमें उसको सैनिक की भूमिका दी जाती है,औऱ आपको काल्पनिक दुनिया में लोगों को मारना होता है, यहां हमे एक बात समझनी होगी कि आपका मन काल्पनिक या वास्तविक में फर्क नहीं कर पाता,जिसकी वजह से आपका मन इस बात को मान लेता है,कि आप वास्तविक में हत्या कर रहे हैं,और उससे जो डर पैदा होता है,वो भी वास्तविक होता है,और अगर आप लगातार ऐसी गेम खेलते हैं,तो धीरे धीरे आपकी प्रवृत्ति में मारपीट करना,चिल्लाना,अपनी बात को जबरदस्ती मनवाना,बात बात पर गुस्सा करना,डरना,असहज महसूस करना ,और अकेलापन शामिल हो जाएगा, जिससे आपको हर समय केवल योद्धा बनने की इच्छा रहेगी,जिससे आप हमेशा तनाव ग्रसित रहेंगे। बेहतर यही है,कि आप ऐसे हिंसक गेम को अपनी जिंदगी में शामिल न होने दें।इसके अलावा गेम की लत को छुड़ाने के कुछ उपाय है,जिनको अपनाकर आप इस लत से छुटकारा पा जाएंगे-

1-सुबह सूर्योंदय से पहले उठे।

2- सुबह 45 मिनट तक टहलें।

3-प्राणायाम करें।

4-भगवान के रूप का ध्यान करें।

4-अपने गेम खेलने के समय में आप दूसरी हावी में लगा दें,जैसे म्यूजिक ,पेंटिंग या अन्य कलाएं सीखना।

5-कुछ महीने तक नया शौक अपनाने के बाद आप गेम की लत से छुटकारा पा जाएंगे।

5-हमेशा हरे कृष्ण महामंत्र और अन्य भजन सुनते रहें,ताकि आपके मन से गेम हमेशा के लिए हट जाए।

6- सुबह भगवान के नाम का जाप करिए, औऱ सोने से पहले कम से कम 15-20 मिनट तक भगवान के नाम का जाप करिए।

FOLLOW US:

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *