Suvichar hindi me
Suvichar hindi me

सुविचार हिंदी में

सुविचार हिंदी में [Motivational lines in hindi]

1- इंसान का संघर्ष केवल तभी तक है, तब उसे संघर्ष की आदत नहीं हो जाती, क्योंकि आदत बन जाने के बाद असफलता की संभावनाएं ही खत्म हो जाती है।

2- किसी के जीवन का सच आप तब तक नहीं जान सकते जब तक आप खुद सत्य का मार्ग अनुसरण नहीं करते ।

3- कोई कितना भी धनी हो जाए, लेकिन जब तक आध्यात्म का सहारा नहीं लेगा, उसके जीवन में शांति नहीं आ सकती।

4- जीवन में धन का उतना महत्व नहीं है, जितना ज्ञान का , क्योंकि ज्ञान से अपार धन अर्जित किया जा सकता है, लेकिन अगर धनवान ज्ञानी नहीं है, तो धन उसके विनाश का कारण बनेगा।

5- दूसरों के जीवन में अनावश्यक हस्तक्षेप आपके जीवन को नष्ट करने के लिए काफी है।

6- जो व्यक्ति जितना शांत होता है, उसके पास उतनी ज्यादा संभावनाएं होती है, क्योंकि वो कभी लोगों की बातों से विचलित नहीं होता।

7- जीवन में आपको वो नहीं मिलता जो आप चाहते हैं, वास्तव में आपको वो मिलता है, जिसके आप हकदार हैं।

8- धन से ज्यादा मूल्यवान है समय, क्योंकि धन चला गया तो वापिस आ जाएगा लेकिन अगर समय गया तो कभी वापिस नहीं आएगा।

9- कर्म हमेशा सोच समझकर करिए, क्योंकि आपके कर्मों का परिणाम आपके पास लौटकर आएगा।

10- जीवन में हमेशा दुख वही से मिलेगा जहां से हमारा लगाव है, क्योंकि अगर लगाव नहीं है, तो कोई परिणाम हमें प्रभावित नहीं कर पाएगा।

11- संतों का हमेशा ही आदर करना चाहिए, क्योंकि संत ही ऐसे व्यक्ति है, जिनका आचरण और चरित्र श्रेष्ठ है।

12- जीवन में जिसने अपनी जीभ को सम्हालना सीख लिया, वो जीवन को भी सम्हाल लेगा, क्योंकि जीभ का स्वाद स्वास्थ खराब करता है, और वाणी संबंध खराब कराती है।

13- आज की शिक्षा पैसा कमाना तो सिखा देती है, लेकिन संस्कार, समझदारी और चरित्र का निर्माण का नहीं करा पाती , इसलिए लोग शिक्षित होकर भी आतंकवादी बन जाते है।

14- समाज में अपराध बढ़ने की वजह केवल एक ही है, लोगों को आध्यात्मिक शिक्षा नहीं दी जा रही, जिससे कि लोगों का मन नियंत्रित रह सके।

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15- जीवन में आपका दुश्मन बाहर का हो न हो, आपके अंदर आपका मन आपका सबसे बड़ा दुश्मन है, अगर आपने उसको नियंत्रित कर लिया तो आप जीवन में सफल हो गए।

16- कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, आप इससे जितना दूर रहेंगे उतने सुखी रहेंगे।

17- जिसने आदत बदलने की कला सीख ली हो, उसके लिए जीवन सरल हो जाता है।

18- इंसान का अह्म जीवन को बर्बाद करने के लिए काफी है।

19-जीवन में कभी इस बात से दुखी न हों कि आपका आज बुरा है, बल्कि इस बात पर ध्यान दें कि क्या गलतियां की थी, जो आगे न हो, इससे आपका जीवन सुखद हो जाएगा

20- अगर आप दूसरों में कमी ढूढ़ने में माहिर हैं, तो इस हुनर का उपयोग खुद के लिए करें, जीवन शानदार हो जाएगा

21-अगर आप दूसरों में कमी ढूढ़ने में माहिर हैं, तो इस हुनर का उपयोग खुद के लिए करें, जीवन शानदार हो जाएगा

22-दूसरों को रिझाने के लिए कोई प्रयास मत करिए, क्योंकि दुनिया की पसंद रोज बदलती रहती है

23-किसी विषय पर सवाल उठाने के लिए सबसे पहले आपको उस विषय का ज्ञान और अनुभव दोनों होना जरूरी है। अन्यथा आप दूसरों के लिए प्यादे बन जाएंगे

24-इरादा दूसरों को आबाद करने का होना चाहिए, फिर देखिए कि जीवन कैसे शानदार होता है।

25- इंसान के शांत चित्त में अनगिनत संभावनाएं, और सुविचार रहते हैं, और अशांत चित्त में हर समय दुख और विषाद, और अकेलापन रहता है।

26- जिंदगी को आजमाइए मत , केवल इसे जीने की कोशिश करिए।

27- मन खराब होने पर सांसारिक वस्तुओं और व्यक्तियों का सहारा मत लीजिए, थोड़ा प्राणायाम कीजिए, भगवान के नाम का जप करिए, मन आनंदित हो जाएगा।

28- रामचरित मानस में हनुमान जी कहते हैं, विपत्ति तभी है, जब भगवान का स्मरण न हो।

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29-इंसान के जीवन का सबसे बड़ा सुख शरीर और मन का स्वस्थ होना है, लेकिन अधिकतर लोगों ने इसी को उपेक्षित कर रखा है।

30-मन ख़राब होने पर सांसारिक वस्तु और व्यक्तियों का सहारा मत लीजिए, थोड़ा प्राणायाम कीजिये, भगवान का नाम जप करें, मन आनंदित हो जाएगा!

31-काम में लगाने पर सेवकों की दुख आने पर बान्धवों की , विपत्ति काल में मित्र की और वैभव के नाश होने पर स्त्री की परीक्षा हो जाती है।- चाणक्य

32-अगर इंसान के जीवन में सद्गुण न हो तो चलेगा, लेकिन अगर दुर्गुण हो गया तो जीवन बर्बाद कर देगा।

33-दूसरों को प्रभावित करने की कोशिश मत करिए, क्योंकि आपका जीवन मदारी का खेल नहीं हैं , जो हर किसी को प्रभावित करे।

34- दिखावा करने के लिए कर्ज मत लीजिए, क्योंकि दिखावे के लिए तारीफ एक दिन मिलेगी, लेकिन उसके बाद की तकलीफ ज्यादा होगी।

35-अगर आप भी जीवन में शांति चाहते हैं, मन में संसार आपके साथ कितना सही किया , कितना गलत किया इसका हिसाब रखना बंद कर दीजिए, ओर केवल अपने कर्तव्य पर ध्यान दीजिए।

36-इंसान मन के विचारों को अपना मानकर चलता है, ठोकरे खाता है, पर फिर भी उसका अहम् गलती स्वीकारने ही नहीं देता, इसलिए दुख भोगता रहता है!

37- किसी की गलतियों के लिए उसको माफ कर दीजिए, लेकिन उस पर दोबारा विश्वास मत करिए, अन्यथा धोखा खा जाएगें!

38- समस्याओं का सिलसिला जारी रहने दीजिए, आप अपने प्रयासो का सिलसिला जारी रखिए, समस्या खुद ब खुद खत्म हो जाएगाी।

39- महान हर कोई बनना चाहता है, बस वो अपनी आदतें नहीं बदलना चाहता , वो आदतें बदल दे तो जीवन बदल जाए।

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40-जीवन में दूसरों को देने की आदत विकसित करें, इससे त्याग की भावना विकसित होगी, फिर नुकसान होने पर आप दुखी नहीं होंगे।

41-जीवन में दूसरों को देने की आदत विकसित करें, इससे त्याग की भावना विकसित होगी, फिर नुकसान होने पर आप दुखी नहीं होंगे।

42-जीवन में एक सावधानी जरूर रखिए कि पूजा करते समय, तीर्थयात्रा में सेल्फी से दूरी बना कर रखें, क्योंकि वो मन को पवित्र करने का स्थान, साधना करने का स्थान है, वहां केवल भगवान के भाव में रहिए!

43- संसार को जीतने से ज्यादा जरूरी है, खुद के मन को जीतना, जिसने मन को जीत लिया उसे दुनिया जीतने की जरूरत ही नहीं है।

44- संसार का कोई भी सुख स्थाई नहीं है, क्योंकि दुनिया ही परिवर्तनशील है, बेहतर यही है, आप भगवान में मन लगाइए, फिर आपको आपको दुख कभी नहीं होगा।

45- इंसान को सबसे ज्यादा दुख उसी का अह्म देता है, लेकिन अफसोस कि इंसान उसको पहचान नहीं पाता।

46- जीवन में कड़वी बातें बोलने से बचिए, क्योंकि परिस्तिथियां तो आपकी बदल जाएंगी, लेकिन बातें लोग जीवन भर याद रखतें हैं!

47- जीवन में धन खूब कमाइए, लेकिन एक सावधानी रखिए कि धन की कमी और अधिकता दिमाग में मत रखिए, अन्यथा वो धन जीवन खराब कर देगा।

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48- आपको जीवन बदलने के लिए मन की बातें मानना बंद करना ही पड़ेगा , अन्यथा मन जीवन नष्ट कर देगा!

49- खुश रहने के लिए बेफिक्र रहना सीखिए, क्योंकि ऐसा कभी समय नहीं आएगा कि आपकी हर इच्छाएं पूरी हो जाएं।

50- हर इंसान अपने ही कर्मों का सुख-दुख भोगता है, इसलिए दूसरों से अपने जीवन की तुलना न करें! 

51- अधिकांश युवाओं में अशांति का कारण मोबाइल में अनावश्यक वीडियो देखना है, जो मन को अनियंत्रित करता है!

52-इंसान को जवाब देने से ज्यादा मौन रहने की कला सीखनी चाहिए, तभी वह सुखी रह सकता है!

53- अपनी सफलता के लिए दूसरों का अहित चाहने वाले लोग सफल भले ही हो जाएं, लेकिन सुखी नहीं हो सकते।

54-जिस विचार को जितना महत्व देगें वैसी ही आपकी भावना होगी , चाहे वो अच्छे हों या बुरे, इसलिए हमेशा शुभ विचार रखिए !

55-जो व्यक्ति दूसरों का अहित करके खुद का सुख चाहता है, उसका जीवन हमेशा दुखों से भरा रहता है!

56-इंसान के मन की सबसे खराब आदत ये है, कि वो हमेशा प्रतिकूलता का चिंतन करता रहता है, औऱ दुखी रहता है।

57- संसार का प्रभाव तभी तक आपके लिए है, जब तक आप संसार का चिंतन करते हैं, चिंतन खत्म होते ही संसार का प्रभाव खत्म हो जाता है!

58- अपने आज को कल के सुख की आशा में बर्बाद मत करिए, क्योंकि कल अनिश्चित है, आप केवल आज को ही अच्छा बना सकते हैं।

59- जीवन में सलाहकार उसी को बनाएं जो वास्तव में ज्ञानी और निष्पक्ष हो,क्योंकि मूर्ख की सलाह जीवन बर्बाद कर देगी!

60- जीवन में परिणाम का सही चिंतन किए बगैर कोई कार्य मत करिए, इससे आप गलत कार्यों से बच जाएंगे!

61- जीवन में असफलता ही आपको धैर्यवान और साहसी बनाती है, हमेशा सफल होने वाला तो छोटी समस्याओं से ही हार जाता है।

62- उदारता सबसे ज्यादा गरीबों में होती है, अमीर लोग तो हर जगह केवल मुनाफा देखतें हैं।

63- दुनिया में सबसे भाग्यशाली वो लोग है, जिन्होंने खुद के मन को संभालना सीख लिया है।

64- जीवन में संग्रह से ज्यादा सुख बाँटने में मिलता है, इसलिए संग्रह कम और बाँटना ज्यादा करिए।

65-जीवन में सत्कर्म ऐसे करिए कि खुद को पता न चले, नहीं तो उसका अहंकार आ जाएगा, क्योंकि करने कराने वाला भगवान है।

66-जो भविष्य में सुख की कल्पना कर बैठे हैं, वो केवल वर्तमान ख़राब कर रहे हैँ, क्योंकि भविष्य अनिश्चित है।

67-जिनको लगता है की पैसा आएगा तो सुख आएगा,ये सबसे बड़ा भ्रम है, ज्यादा दुखी पैसे वाले ही हैँ, क्योंकि पैसा केवल भौतिक साधन दे सकता है, जबकि सुख मन का विषय है।

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68-जिस गुण और व्यवहार की अपेक्षा इंसान दूसरों से करता है, सबसे पहले वो गुण खुद में विकसित करना चाहिए।

69-इंसान के दुख का जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि उसी का मन है, जो दुख का कारण का चिंतन करता रहता है।

70- जीवन में दुख के लिए खुद को मत कोसिए, सहन करने की हिम्मत रखिए, क्योंकि दुख का समय सीमित है।

71- जिसकी नियति खराब रहती है, उसका वक्त भले ही कितना भी अच्छा क्यों न हो, वो दुखी ही रहेगा!

72- दूसरों को दुख देने वाला कभी सुखी नहीं रह सकता , भले ही वो कितना धनवान हो जाए!

74- किसी के खिलाफ कड़वे शब्द बोलने से बचें, क्योंकि कड़वे शब्द एक बार ही बोले जाते हैं, लेकिन इंसान उसको जीवन भर नहीं भूलता।

75- जीवन में गलतियां करने से बचें, क्योंकि इंसान आपकी अच्छाई को भुलाकर केवल आपकी गलतियां ही याद रखता है।

76- जीवन में हमेशा कर्तव्यों पर ध्यान दीजिए, लोगों की गलतियों पर नहीं, क्योंकि आपके कर्तव्य के लिए आप ही जिम्मेदार हैं, कोई दूसरा नहीं ।

80-दूसरों की गलतियों का मनन मन को इतना गंदा कर देता है, कि इंसान सोचने समझने की क्षमता ही खो बैठता है।

81-अपने भविष्य की खराब कल्पना करके दुखी होने की जगह वर्तमान को अच्छा बनाइए, भविष्य अच्छा ही होगा।

82- पैसे वालों से ज्यादा रिश्ते गरीबों के चलते हैं, क्योंकि गरीब इंसानो को महत्व देते हैं, न कि पैसों को।

83-इंसान की सबसे बड़ी गलती यही है, कि जब मन अशांत होता है, तो दुनिया में ढूढ़ता है, जबकि दुनिया से जुड़ाव के कारण ही वह अशांत महसूस करता है।

84- आपका मन ही आपको फंसाता रहता है, इससे सावधान रहें।

85- अपने विचारों से प्रभावित होना छोड़ दीजिए, आप हमेशा ही खुश रहेंगे।

86-आप जब तक मान अपमान से प्रभावित होते रहेंगे, तब तक आप सही रास्ता नहीं चुन पाएंगे।

87-सच्चा सुख तो भगवान के स्मरण में ही है, संसार में तो केवल सुख का भ्रम है।

88- दूसरों को दिखाने के लिए कभी कोई काम मत करिेए , क्योंकि लोगों की पसंद रोज बदलती है, और उसका सत्य से कोई संबंध नहीं होता।

89- दुनिया में सबसे सरल काम है दूसरों में दोष निकालना, और सबसे कठिन काम है, खुद के दोषों को स्वीकार करना।

90-दूसरों के दोष देखने से बचें, क्योंकि दोष दूसरों में होते हैं, लेकिन दोष देखने से मन आपका दूषित होगा 

91-दुनिया में सबसे सरल काम है दूसरों में दोष निकालना, और सबसे कठिन काम है, खुद के दोषों को स्वीकार करना।

92- संसार में जिस व्यक्ति या वस्तु से सुख की उम्मीद की जाती है, वास्तव में वही दुख का कारण बनती है।

93-भगवान का स्मरण ही सच्चा सुख देता है, दुनिया का सुख तो केवल भ्रम है।

94-तनाव दूर करने के िलए हरि स्मृति से अच्छी औषधि कोई नहीं है।

95-सत्य के रास्ते पर निर्भय होकर चलिए, क्योंकि आपके साथ जो होना है वही होगा, और जो नहीं होना वो कभी नहीं होगा, औऱ जो गलत भी होगा तो उसमें ईश्वर आपको सम्भाल लेगा।

96-कर्म हमेशा सोच समझकर करना चाहिए,क्योंकि आपके बुरे कर्म का सुख एक दिन का होगा, लेकिन उस बुरे कर्म का फल जीवन भर भुगतना पड़ सकता है।

97-जब तक आप अपने मन की बात मानते रहेंगे, आपको दुख परेशान करता रहेगा।

98-किसी के बारे में कभी कोई राय मत बनाइए, क्योंकि किसी की एक बात या एक काम से आप उसके पूरे चरित्र को नहीं जान सकते ।

99-संसार आपकी क्रिया -प्रतिक्रिया को महत्त्व देता है, और ईश्वर केवल आपका समर्पण देखता हैं !

100-आगे क्या होगा ये सोचने से ज्यादा जरूरी हैं, कि हम सोचें कि आज क्या कर सकते हैं!

101-बेईमानी से कमाए गए धन का सुुख तो कुछ दिनोे का होता है, लेकिन उसका दुख कई पीढ़ियों को झेलना पड़ता है।

102- जीवन में खूब अच्छा करिए, लेकिन उस अच्छे के लिए किसी का बुरा मत करिए।

103- किस्मत की लकीरों में विश्वास करना सीखो , लेकिन उससे पहले कर्म करना सीखो।

104- जीवन में कोई भी कार्य अगर परिणाम तक नहीं पहुंच रहा उसके लिए दुखी मत हो, क्योंकि बेहतर चीजों में समय ज्यादा ही लगता है।

105- खुशकिस्मत वो नहीं है जिनके पास सबकुछ है और उन्हे कुछ करना नहीं पड़ता , वास्तव में खुशनसीब तो है तो हमेशा अपने कर्म में लगा रहता है।

106- दिमाग को सही कार्य करने की आदत डालिए अन्यथा ये गलत स्वाभाविक ही करने लगेगा।

107- जीवन में हालात कभी एक जैसे नहीं होंगे बेहतर है हर समय अनुकूलता की उम्मीद न की जाए।

108- जीवन में अपने कर्तव्यों से पीछे न हटें यही वो सीढ़ी हैं जिससे आप अपना जीवन अच्छा कर पाएंगे।

109- भविष्य के बारे में ज्यादा मत सोचिए क्योंकि भविष्य आपको सोचने पर नहीं बल्कि वर्तमान के कार्य अनुसार ही होगा।

110- खुद को दूसरों से बड़ा समझ लेना इस बात का सूचक है कि अब आपने सीखना छोड़ दिया है।

111- जब भी आप कोई विशेष कार्य करें तो उसक चर्चा विशेष लोगों से ही करें, क्योंकि वही वो लोग है, जो आपको समझ सकते हैं, अन्य लोग केवल मजाक उड़ाएंगे।

112- जब कठिन समय हो उस समय किसी से कोई उम्मीद न करें, क्योंकि वो एक ऐसा समय होता है जिसमें कोई आपका साथ नहीं देता ।

113-अगर आप सुविचार हिंदी में पढ़ रहे हैं, तो कोशिश करिए कि इसको जीवन में उतारा जाए।

114- जब समाज में बुराई ज्यादा बढ़ रही हो तो समझना चाहिए कि समाज अब बुराई को स्वीकार करने लगा है।

115- आधुनिक समाज में स्वीकार्यता सबसे ज्यादा पैसे की है, इसलिए अच्छे कार्यों की समीक्षा ऐसे लोगों से न कराएं।

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102-अपने जीवन की तुलना दूसरों से न करें, क्योकि आप जैसे हैं, आपके कर्मों के फलस्वरूप अच्छे हैं, इसलिए तुलना न करें, केवल कर्म करें!

103-अगर आप धन की कमी से दुखी हैं, तो एक बार धनवान लोगों का जीवन देखिए, कि क्या वो धन रहने से सुखी हैं।

104-पैसे को कभी भी अपनी खुशी का आधार न बनाएं, अन्यथा आप जीवन भऱ दुखी ही रहेंगे क्योंकि आज पैसा है, तो कल की चिंता रहेगी, और आज नहीं है तो उसके लिए दुखी रहेंगे, और ज्यादा है, तो खोने की चिंता रहेगी।

105-कल की चिंता में अपना आज बर्बाद मत करिए, क्योंकि आप भले ही भविष्य में सुख ढूढ़ रहे हों लेकिन जब भविष्य आएगा तब तक आपको चिंतित रहने की आदत पड़ चुकी होगी।

106-अधिकांश लोगों के जीवन में उनकी कोई समस्या नहीं है, वो केवल एक अंधी होड़ में शामिल हो गएं है, दूसरों की नजरों में महान दिखने की और ये होड़ कभी खत्म नहीं होने वाली ।

107-जीवन में शांति किसी भी इच्छा की प्राप्ति से कभी नहीं मिलती , शांति तोे केवल इच्छाओं से खुद को अलग करने से ही मिलती है।

108-इंसान को अपना धन और अपनी कमजोरी हमेशा छुपाकर रखना चाहिए, क्योंकि दोनो ही आपके पतन का कारण बन सकता है।

109-जीवन में भौतिक चीजों से इतना लगाव मत रखिए कि उसके न होने पर आप दुखी हो जाएं क्योंकि सबकुछ एक दिन नष्ट होना ही है।

110-अधिकांश लोगों को ये अफसोस रहता है, कि कोई उनको नहीं समझता , जबकि वास्तविकता ये है कि, आपको खुद के अलावा कोई समझ ही नहीं सकता, क्योंकि आपके मन और भावनाओं में कोई प्रवेश नहीं कर सकता ।

111-लोभी और निंदा करने वाले से दूरी बनाकर रखना चाहिए, क्योंकि निंदक का संग करने से मन गंदा होता है, और लोभी व्यक्ति कभी भी हमे गलत रास्ते पर ले जा सकता है।

112-जिससे इंसान सुख चाहेगा तो उससे दुख मिलेगा ही, क्योंकि हर स्थिति के दो पहलू हैं, बेहतर है कि वो खुद को हर स्थिति में सामान्य रखे!

113-ऱिश्ते में शब्दों से ज्यादा मौन जरूरी होता है, क्योंंकि शब्द कई बार विवाद पैदा करते हैं, और मौन विवाद होने ही नहीं देता।

114-जब इंसान के मन में पहला स्थान (ईश्वर) की जगह पैसा ले लेता है, तो उसके जीवन से खुशी खत्म हो जाती है, केवल निराशा बचती है।

115- अपनी वाहवाही सुनने की आदत मत डालिए, क्योंकि उसके लिए भी आपको दूसरों की गुलामी करनी पड़ेगी।

116- सलाहकार केवल वही रखिए, जिसने उस सलाह को अपने जीवन में उतारा हो और साथ ही साथ आनंद में भी हो।

117- सलाहकार कभी उस व्यक्ति को मत बनाइए, जो हमेशा दुखी ही रहता हो, क्योंकि उस व्यक्ति को ही जब उसका ज्ञान सुखी नहीं कर पाया तो आपको क्या सुखी रखेगा।

118- जीवन उसी का अच्छा है जो जीवन से थोड़ा बेपरवाह रहता है, जो हर चीज की परवाह करता है, वह दुखी ही रहता है।

119- इंसान के मन की सबसे बड़ी भ्रांति यही है, कि संसार की कोई अनमोल वस्तु मिल जाएगी तो वह सुखी हो जाएगा बस इसी कोशिश में परेशान रहता है।

120- भौतिक सुविधाएं आपको सुखी दिखा सकती हैं, लेकिन कर नहीं सकती ।

121- जबसे जीवन में पैसे का महत्व अत्यधिक हो गया है, इंसानियत का स्तर उतना ही गिर गया है।

122- किसी के मन की बात जानने का सबसे अच्छा तरीका है, उससे उसी के जैसे बात करो ।

123- सूर्योंदय के पहले उठना आपको अत्यधिक ऊर्जावान बनाता है।

124- जीवन में भक्ति जवानी में ही करनी चाहिए , बुढ़ापे में तो जुबान भी साथ नहीं देती ।

125- जीवन में ज्यादा इच्छाएं मत रखिए जीवन का सफर आसान रहेगा।

126- जिन लोगों को रिश्ते बनाए रखने का शौक है, उनको लोगों की अधिकतर गलतियों को नजरअंदाज करनी की आदत डालनी पड़ेगी।

127- जीवन में जो लोग गलत रास्ते पर गए हैं, वास्तव में उनकी शिक्षा ही गलत हो गई है।

128- आज की आधुनिक शिक्षा पैसा कमाना तो सिखा देती है, लेकिन जीवन जीना नहीं सिखाती इसीलिए लोग पढ़ लिखकर अपराधी बन जाते हैं।

129- जीवन जीने के लिए भारत के आध्यात्मिक ग्रंथों से सीखने से अच्छा कुछ भी नहीं है।

130- जो व्यक्ति जितना लालची होता है, उसके ठगे जाने की संभावना उतनी ही ज्यादा रहती है।

131- अपनी कल्पनाओं के अनुसार भावनाएं मत बदलिए, क्योंकि कल्पना का वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है।

132- सबसे ज्यादा दुखी वो इंसान रहता है, जो ये समझता है, कि सबकुछ उसी की वजह से हो रहा है।

133- अपने अच्छे वक्त पर कभी घमंड़ मत करिए क्योंकि वक्त किसी का सगा नहीं है, वो केवल कर्मों के आधार पर बदलता रहता है।

134-किस्मत में क्या लिखा ये सोचकर कर्म करिए, क्योंकि किस्मत भी पिछले कर्मों का ही परिणाम है।

135- आपकी ख्वाइशें जितनी कम रहेंगी, आपके जीवन में खुशियां उतनी ज्यादा रहेंगी ।

136- समझाना केवल उसको चाहिए जो समझने को तैयार हो, जो समझने को तैयार नहीं है उसको समझाने से केवल आप दुखी होंगे।

137-जीवन में धन इंसान के पुन्य कर्मों का परिणाम है, लेकिन भगवान की भक्ति केवल कृपा से ही मिलती है।

138-दूसरों की गलती का चिंतन कभी मत करिए, क्योंकि सामने वाला बदल जाएगा ये जरूरी नहीं लेकिन गलतियों का चिंतन करने आपका मन दुखी जरूर होगा।

139-विश्वास भगवान पर ये रखिए कि जो करेगा अच्छा ही करेगा तो आप कभी दुखी नहीं होगे।

आपके आलोचक आपके सच्चे प्रचारक होते हैं।

6परोपकार के उद्देश्य से किया गया कार्य आपको प्रसन्नता से भर देता है, क्योंकि परोपकार ईश्वरीय वंदना जैसा कार्य है।

दुनिया में सबसे समझदार वही है, जो खुद को समझाने का हुनर रखता है।

किसी कार्य में अगर आप सफलता चाहते हैं, तो उस कार्य को प्रसन्नता के साथ करिए।

परेशानियां हमारी कमजोरी नहीं साबित करती ,बल्कि ये बताती हैं, कि हमें और प्रयास करने की जरूरत होती है।

जब आप किसी की सहायता करते हैं,तो मन प्रफुल्लित और आत्मविश्वास असीमित हो जाता है,वास्वत में इससे नायाब तोहफा और कुछ नहीं हो सकता।

अगर कोई इंसान इतनी भी समझ विकसित कर पाए कि वह कार्यों की प्राथमिकता निश्चित कर ले तो उसके लिए हर मुश्किल आसान हो जाएगी।

6अगर कोई इंसान इतनी भी समझ विकसित कर पाए कि वह कार्यों की प्राथमिकता निश्चित कर ले तो उसके लिए हर मुश्किल आसान हो जाएगी।

6अगर आपको वास्तव में कुछ बदलने की जरूरत है तो वो हैं आपके विचार उसके बाद आपकी परिस्थितियां भी बदल जाएंगी।

6अगर आपके पास कुछ सम्हालने के लिए है, तो वो है आपकी मुस्कान,आप अपनी मुस्कान सम्हालना सीख लीजिए, परिस्थितियां सम्हल जाएंगी।

6आप बिना निराश हुए कर्म करते रहिए क्या पता किस्मत कब दस्तक दे जाए।

आपको हालातों से सम्हलकर रहने की जरूरत नहीं है,बल्कि जरूरत है, तो केवल मजबूत बने रहने की ,ताकि गिरने के बाद भी चल सकें।

जब आपका कोई साथ न दे तो खुद का साथ आजमाना धोखे की गुंजाइश ही खत्म हो जाएगी।

जब आपका रवैया किसी व्यक्ति या लक्ष्य के लिए नकारात्मक होने लगता है,तो उसकी कीमत आपकी नजरो में घटने लगती है,बेहतर होगा वास्तविकता को समझने की कोशिश करें।

नकारात्मक विचार आपके दिमाग की अपार संभावनाओं को नष्ट कर देते हैं।

आप दुनिया से भले लाख गलती छुपा लो ,लेकिन आपका कर्मफल आपको ढू़ढ़ लेगा।

जो हालात बदलने का हौसला रखते हैं,लोगों को बदलने की कोशिश नहीं करते , लोग खुद ही उनका अनुसरण करने लगते हैं।

अपनी कीमत दूसरों के अनुसार मत आंकिए,क्योंकि एक घड़ा खरीदने वाला भी उसकी कीमत कम आंकता है, लेकिन बनाने वाले को पता होता है,उसमें कितनी कलात्मकता और अनुभव की जरूरत होती है।

अपने अंदर ये हुनर भी रखो कि भले ही आप मुसीबत में हों, लेकिन लोग आपके मुस्कुराने की वजह ही पूंछे।

संघर्ष खामोशी से करिए , केवल सफलता लोगों से जाहिर करिए , क्योंकि संघर्ष के समय खुद को अहमियत देनी होती है, जबकि सफलता में लोग अहमियत देते हैं।

भीड़ के साथ चलने वाले लोग अक्सर सही रास्ता चलने का हुनर भूल जाते हैं।

सफल होने की पहली शर्त ये है, कि आप अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देना बंद कर दीजिए।

बुराई से बचने का एक ही तरीका है, आप अच्छाई की तरह कदम बढ़ा दें।

आपका डर उस घने कोहरे की तरह है, जिससे दूर का रास्ता दिखाई नहीं देता , लेकिन जैसे जैसे आप आगे बढ़ते हैं, खुद ब खुद रास्ता नजर आने लगता है।

कठिनाइयों का दौर बेशक बुरा होता है,लेकिन आपको कामयाब बनाने की ताकत रखता है।

किसी इंसान की अहमियत जरूरत अनुसार होती है, जिस सूरज का तिरस्कार गर्मियों में होता है, सर्दियों में लोग उसी का इंतजार करते है।

आपकी बेहतरी है, खुद को खुद में समेट लेना,दूसरों से उम्मीद आपकी कामयाबी का रास्ता रोक देगी।

लोग जब आपकी आलोचना कर रहे होते हैं , वास्तव में वो सही वक्त होता है, कि आप प्रयास करके अपनी सफलता से सबको चौका दें।

लोग जब आपकी आलोचना कर रहे होते हैं , वास्तव में वो सही वक्त होता है, कि आप प्रयास करके अपनी सफलता से सबको चौका दें।

संदेह करना , अनचाहे भय को निमंत्रण देना है,जिससे आप चाहकर भी नहीं बच सकते ,बेहतर यही होगा आप स्पष्टवादी रहें।

किस्मत का दरवाजा खोलने के लिए लक्ष्य को छोड़ना नहीं होता , बल्कि एक लक्ष्य के लिए कई चाबी रूपी प्रयास से दरवाजा खोलना पड़ता है

आपकी असफलता का जश्न वो भी मनाते हैं,जो आपके लक्ष्य के बारे में सोच भी नहीं सकते ,बेहतर है, आप उसी से असफलता का जिक्र करें, जो आपके प्रेरित कर सके।

आपकी कोशिशें कभी बेकार नहीं जाती,कुछ खामियां जरूर हो सकती हैं,पर उम्मीदें बेकार नहीं जाती।

जिंदगी में इम्तिहान का होना इसलिए भी जरूरी है, ताकि हम योग्यता और सफलता के खूबसूरत पड़ाव में कदम रख सकें।

किसी समस्या को या तो बात करके हल किया जा सकता है, या फिर अगर समस्या बड़ी है, तो उसके लिए धैर्य और मौन दोनो रास्ते अपनाने पड़ेंगे,ताकि आप हर परिस्थिति को बारीकी से समझ पाएं।

अपने कर्म को हतोत्साहित होकर न छो़ड़ें , क्योंकि आपका कर्म लगाए गए पेड़ की तरह है, जो समय आने पर फल जरूर देगा।

आपकी वर्तमान परिस्थितियां भविष्य नहीं निर्धारित करती , लेकिन आप उन परिस्थितियों से क्या निर्मित करते हैं, ये जरूर आपका भविष्य निर्धारित करता है।

आपको बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए छोटे लक्ष्यों को सम्हालना बेहद आवश्यक है,क्योंकि छोटे इम्तिहान ही आपको आगे बढ़ने के योग्य बनाते हैं।

काबिलियत रखो पंछियों की तरह उड़ान भरने की , अपने हुनर के पंखो से , ताकि रास्ते के पड़ाव का घरौंदा आपको कैद न कर पाए।

कभी भी किस्मत बदलने का इंतजार मत करिए, बल्कि प्रयास इतनी सिद्दत से करिए, कि आपका वक्त ही बदल जाए।

किसी भी मंजिल का सफर कठिन नहीं होता,वास्तविकता केवल यह है,कि हम तैयार नहीं रहते ,जिस जिन हम खुद को तैयार कर लेंगे, तो हर सफर आसान हो जाएगा।

आप सफलता के योग्य उस दिन बन जाते हैं, जिस दिन आप दिखावे से दूर और वास्तविकता के करीब हो जाते हैं।

जब असंभव का भ्रम आपके दिमाग से चला जाएगा,आप संभावनाओं को देखने का नजरिया विकसित कर लेंगे।

अगर आपको विचार बदलने में समस्या है , तो आप अपनी संगति अच्छे लोगों और किताबों से कर लीजिए,आपके विचार में परिवर्तन आने लगेगा।

आपको बाहरी दुनिया में सरल रहने के लिए , खुद के अंदर सुलझना पड़ता है।

जीवन में असफल व्यक्ति के पास अनगिनत संभावनाएं होती हैं, क्योंकि उसके लिए सारे विकल्प मौजूद होते हैं,साथ ही साथ उसको हार से बचने का रास्ता भी मिल जाता है,क्योंकि उसको हार का कारण पता होता है।

दुनिया में ज्यादातर लोग असफल इसलिए हैं,क्योंकि उन्होने असफलता के डर से कभी प्रयास ही नहीं किया है।

सफलता की शुरुआत असीमित संसाधनो से नहीं होती ,बल्कि सीमित संसाधनो को असीमित संभावनाओं में तब्दील करने से होती है।

किसी में कमियां निकालना कौन सा हुनर का काम है,काबिलियत तो इसमें है कि आप किसी को हुनरमंद बना पाएं।

मुस्कुराने की कला हमें गुलाब के फूलों से सीखनी चाहिए,जिस तरह फूल कांटो के बीच रहकर भी खिलता रहता है, उसी तरह हमें भी हर परिस्थिति में खुश रहना चाहिए।

आपके जीवन में मुश्किलें तभी तक आती हैं, जब तक वो आपको प्रभावित कर पाती हैं,लेकिन जब आपकी क्षमता सागर की तरह विशाल हो जाती है,तो कई नदियों जैसी समस्या उसी में मिल जाती हैं।

किसी को कम आंकने की आदत उसी की होती है, जिसने खुद को आजमाया नहीं होता,या फिर उसको आपके आगे बढ़ने का डर होता है।

जब आपको बहुत सारे सवाल परेशान करने लगें, तो खुद से जवाब मागिए, आपकी परेशानी का हल निकल आएगा।

बहस करने के लिए आपको ज्यादा ताकत की जरूरत नहीं पड़ती,बल्कि जिस तथ्य को आप प्रस्तुत कर रहे हैं,  उसको मूर्त रूप देना सबसे बड़ी चुनौती है।

खुद की नजर में सही रखना सीखिए,दुनिया के हिसाब से चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी,क्योंकि दुनिया में जरूरत के हिसाब से लोग आपको जानते हैं,और आप हर एक के लिए खुद को बदल नहीं सकते।

कोशिशे तब तक ही करनी पड़ती है, जब तक वो आदत न बन जाए, अगर वो आदत बन गई तो आपको केवल सफलता ही गिननी है।

आप अपनी हर परिस्थिति को कुशलता से सम्हाल सकते हैं,शर्त केवल यह है, कि आप आपका मन पर नियंत्रण हो।

आपके बोले गए शब्दों से आपकी क्षमता और समझ का अनुमान लगाया जा सकता है,बेहतर होगा कि आप शब्दों के चयन में महारत हांसिल कर लें,ये आपके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।

परिस्थितियां पहेलियो की तरह उलझाती हैं, लेकिन इनकी खासियत ये है कि आपको दुनिया की सच्चाई से वाकिफ करा देती हैं।

किसी की कामयाबी देखने की जगह उसके संघर्षों को देखना शुरू करें, आपको सफलता के कई रास्ते मिल जाएंगे।

वक्त की ठोकर से कभी जिंदगी नहीं खत्म नहीं होती, वो लोग अक्सर कमाल किया करते हैं, जो लोग ठोकरे खाकर सम्हलना सीख जाते हैं।

बेहतरी की तलाश में दूसरा जहां ढूढ़ता है,पर इंसान खुद से नहीं मिल पाता,अगर मिल लेता वो खुद से तो खुद के साथ खुदा से भी मिल जाता।

जो लोग आपको मुसीबत में छोड़कर जाते हैं,वो वास्तव में आपको एक मौका देकर जाते हैं,कि आप खुद को इतना मजबूत कर लो कि उनकी जरूरत न पड़े।

सफल इम्तिहान अक्सर बड़े संघर्ष का परिणाम होते हैं।

जब आप खुद को पूरी तरह समझ लेते हैं, तो आपके पास दूसरों को समझने का हुनर भी आ जाता है।

जब हम हताश होकर लक्ष्य छोड़ते हैं,और किस्मत को दोष देते हैं,वास्तव में हम बहुमूल्य समय का उपयोग नकारात्मकता इकट्ठा करने में लगा रहे होते हैं,बेहतर यही होगा हम हर परिस्थिति में पूरे उत्साह से प्रयास करते रहें।

आपका कोई भी लक्ष्य आपके कर्म का छोटा सा हिस्सा है,आप इसे पूरी जिंदगी न समझें,अन्यथा आप अपनी व्यापकता की संभावनाएं खत्म कर देंगे।

सीखने का जुनून ही आपको जातने की कला सिखाता है,इसलिए परिस्थितियों को सीखने का अवसर समझें,ताकि असफलता की संभावना ही खत्म हो जाए।

धिकतर लोगों के दुख का कारण ये हैं, कि वो दूसरों को खुद से बेहतर मानते हैं, जबकि सच्चाई ये है ,कि हर इंसान की खूबी अलग अलग है, न तो वो आपकी जगह ले सकता है, न आप उसकी।

खुद के प्रति ईमानदार रहें, ताकि आपकी संगति में गलत लोग न आएं,क्योंकि आपका जैसा व्यक्तित्व होगा, वैसे ही लोग आकर्षित होंगे।

दुनिया में हर इंसान के पास वास्तविक समस्या नहीं है,बल्कि अधितर लोग नकारात्मक विचार और डर के कारण दुखी हैं, बेहतर होगा आप अपना नजरिया सकारात्मक रखें।

आपकी किस्मत के दरवाजे कभी बंद नहीं होते,क्योंकि दुनिया में अनगिनत विकल्प मौजूद हैं,जरूरत है तो आपको उनकी तरफ कदम बढ़ाने की।

बुराई को खत्म करने का सबसे अच्छा तरीका है, कि अच्छाई को प्रचारित किया जाए,धीरे धीरे हर जगह अच्छाई नजर आने लगेगी।

आत्मविश्वास बढ़ाने का अच्छा तरीका है,कि आप अपनी छोटी छोटी आदतों को आदर्श रूप देना शुरू करें,जैसे जैसे आप इन पर महारत हांसिल करते जाएंगे,आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा।

मुश्किलें उन लहरो की तरह हैं,जिनका उद्देश्य आपको कुशल तैराक बनाना है,आप जितना उन लहरो पर तैरने की कोशिश करेंगे, आप कुशल बनते जाएंगे।

आप किसी असफता से उतने हतोत्साहित नहीं होते , जितना उम्मीद टूटने पर होते हैं, बेहतर है, बेहतर है,आप खुद पर विश्वास रखें।

जब आप किसी बडे़ लक्ष्य की तरफ बढ़ते हैं, तो आपका विरोध होना निश्चित है, क्योंकि उ समय आपका व्यक्तित्व जटिल सवाल की तरह होता है,बेहतर होगा आप आगे बढ़ते रहें,लोगों का नजरिया बदल जाएगा।

जहां आपकी बात न सुनी जा रही हो, वहीं चुप रहना बेहतर है, आप बोलकर हतोत्साहित हो जाएंगे।

आपकी पहचान आपके इरादों से नहीं बल्कि कर्मो से होती है, लोगों से अपने इरादे मत जाहिर करिए, उन्हे केवल सफलता दिखाइए।

अगर आप किसी को कमजोर समझते हैं,तो ये आपकी कमजोरी है,क्योंकि किसी व्यक्ति का विचार कब बदल जाए, आप इसका आंकलन नहीं कर सकते,बेहतर होगा आप खुद को मजबूत बनाने पर ध्यान दें।

जब आप लक्ष्य विहीन हो जाते हैं, तो आपकी गलत रासतों पर चलने की संभावना बढ़ जाती है।

किसी की विपरीत परिस्थितियों में सबसे अच्छा तोहफा सच्ची सहानुभूति है,क्योंकि उस समय इंसान को हौसलो की जरूरत होती है,ताकि परिस्थितियां बदली जा सकें।

सफलता की केवल एक शर्त है,कि आप निरंतर लक्ष्य की तरफ बढ़ते रहें,जरूरी नहीं कि आप कुशल हों, आप प्रयास करते रहें, आप कुशल हो जाएंगे।

किसी गलत व्यक्ति को मित्र बनाने से अच्छा है, आप अकेले रहना सीख जाइए, क्योंकि गलत संगति से आप भी गलत रास्ते पर चले जाएंगे।

गलतियों को माफ करना सीखें, क्योंकि किसी के गलत विचार को दिमाग में रखने से दिमाग दूषित होता है।

असंभव की परिभाषा केवल बहाने बनाने वालों के लिए है, आप केवल संभावनाएं देखने का नजरिया विकसित करिए।

सफलता एक दूर स्थित मंजिल की तरह है,आपको केवल उस दिशा में तब तक चलना है, जब तक आप वहां न पहुंच जाएं।

जब आपको पास समस्या आए, केवल समाधान के बारे में सोचिए, और खुद को चिंतित किए बिना प्रयास करिए,आप निश्चित ही सफल होंगे।

अगर आपको कोई लक्ष्य असंभव लगता है, इसका मतलब ये नहीं है, कि लक्ष्य असंभव है,वास्तव में आपका विचार उस लक्ष्य के लिए नकारात्मक हो गया है,आप लक्ष्य को लेकर साकारात्मक हो जाइए, आपको संभावनाएं दिखनी लगेगी।

शब्दों से खुद को साबित करने की कोशिश मत करिए, आप निऱाश हो जाएंगे, अपने श्रेष्ठ गुणों को व्यवहार में लाइए,शब्दों की जरूरत नहीं पड़ेगी।

जब आप किसी की सच्ची तारीफ करते हैं,वास्तव में आप उस व्यक्ति को प्रोत्साहित करने के साथ खुद को सकारात्मक ऊर्जा से भरते हैं।

कोई भी परिस्थिति आपको परेशान करने के लिए नहीं आती ,बल्कि आपके अंदर छुपे सामर्थ्य और संभावनाओं को उजागर करने के लिए आती हैं,ताकि आप अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग कर पाएं।

अगर आप खुद को सफल बनाना चाहते हैं, तो आप खुद में हर रोज छोटे छोटे बदला करिए,आप एक दिन सफलता के योग्य बन जाएंगे।

जिस दिन आप समस्याओं में सम्भावनाएं ढूढ़ना सीख लेंगे,आपके लिए समस्याएं आसान हो जाएंगी।

इंसान हर समय बेहतर की तलाश करता है, इसलिए दुखी रहता है,जबकि वह खुद को बेहतर बना ले, औऱ शिकायतें करना बंद कर दे, तो खुश रहने लगे।

इंसान हर समय बेहतर की तलाश करता है, इसलिए दुखी रहता है,जबकि वह खुद को बेहतर बना ले, औऱ शिकायतें करना बंद कर दे, तो खुश रहने लगे।

सफलता की केवल एक शर्त है, कि आप निरंतर प्रयास करते रहें,क्योंकि अगर प्रयास करना आपका आदत बन गई, तो कामयाबी आपका मुकद्दर बन जाएगी।

जीवन उस रास्ते जैसा है, जहां पर कांटे जैसी कठिनता मिलेगी,आप या तो खुद को मजबूत बनाकर उस पर चल सकते हैं,या फिर आप उस कांटो का हटाकर चल सकते हैं।

दुनिया में संघर्षों की कितनी कीमत है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि हर कोई मिशाल संघर्षों की देता है, न कि सफलता कि।

किसी अवसर का इंतजार करने से अच्छा है, आप खुद ही अवसर के निर्माता बन जाइए।

ठोकरों को अपना गुरू बनाने वाला इंसान कभी नहीं हारता।

जीतने के लिए मन जिद्दी सा होना चाहिए, ताकि तकलीफें घुटने टेक सकें।

6हर किसी को अपना सलाहकार न बनाएं , क्योंकि समुंदर की गहराइयां केवल उसी को पता होती हैं, जिसने कभी तैरने की कोशिश की हो।

जिंदगी की बड़ी मुश्किलें भी धराशायी हो जाती हैं, जब आपका हौसला बुलंदियो पर होता है।

जीवन में घमंड उस पत्थर की तरह है,जो थोड़ा सा मजबूत होने पर खुद को पहाड़ जैसा समझने लगता है, जिससे उसके विशाल होने की संभावना ही खत्म हो जाती है।

आजकल इंसान जितना चेहरे और कपड़ों की चमक का ख्याल रखता है,उतना अगर मन की सुंदरता का ख्याल रखना शुरू कर दे, तो उसकी गिनती श्रेष्ठ लोगो में होने लगे।

झूठे लोगों से बचने का तरीका है, आप लोगों की बातों से ज्यादा भावनाओं को समझने का प्रय़ास करें।

अगर आप भीड़ के साथ गलत दिशा में बढ़ रहे हैं, तो बेहतर है,आप अकेले रहकर सही दिशा में मुड़ जाएं,क्योंकि भीड़ में आप प्यादे की तरह इस्तेमाल होंगे।

6आप अकेले चलने का हौसला रखिए,जो लोग आपसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं,वो आपके पीछे आएंगे।

6तुम्हारी कामयाबी के किस्से भी गिने जाएंगे,केवल शर्त इतनी है,कि तुम परेशानियां गिनना छोड़ दो।

6किसी सच्चे मित्र की मित्रता इत्र की तरह होती है,जो आपकी जिंदगी को महकाने का काम करती है।

6अगर आपको वास्तव में अच्छा इंसान बनना है, तो केवल एक बात का ध्यान रखिए, कि आपकी नियति प्रकृति की बनाई किसी भी व्यवस्था का अहित करने की न हो।

अगर आपसे दूसरे खुश नहीं तो कोई बात नहीं , लेकिन अगर आप खुद से दुखी हैं, तो इससे बड़ी कोई समस्या नहीं है।

इंसान को दूसरों को समझाने से पहले खुद को समझने की कला विकसित करनी चाहिए,क्योंकि बिना खुद को समझे, दूसरों को समझाना बेमानी है।

जो लोग आपको अयोग्य साबित करने की कोशिश करते हैं,वास्तव में उन्होने कभी अपनी क्षमता को परखने की कोशिश नहीं की है।

जब आप उदास होते हैं,तो आपकी समस्याएं कम होने के बजाय और बढ़ जाती हैं,क्योंकि आप अपनी पूरी ऊर्जा नकारात्मक विचारों को सक्रिय करने में लगा देते हैं,बेहतर है आप परिस्थितियों को खुद पर हावी न होने दें।

जो लोग खुुद को कामयाबी के शिखर पर स्थापित कर चुके हैं,उन्होने अपने हर एक पल का उपयोग कामयाबी की सीढ़ी बनाने के लिए किया है।

अगर आप खुश रहने का कारण ढूढ़ते हैं, तो वो भी आपके दुख का कारण बनेगा, बेहतर है,आप बेवजह खुश रहने की आदत डालें।

दुनिया में आपके कर्म ही निर्धारित करते हैं, कि लोग आपके पहचानेंगे या पहचानने से इंकार कर देंगे।

अगर कोई आपके अच्छे वक्त में साथ देता है, लेकिन बुरे वक्त में नहीं ,तो इसका केवल यही मतलब है, कि वो आपकी स्थिति से हाथ मिलाता है, आपसे नहीं।

बुलंदिया बेशक तुम्हारी होंगी, पर शर्त यह है, कि जमीन से सीढ़िया बनाने का हुनर भी तुम्हे ही सीखना पड़ेगा।

अगर आपको असंभावित सफलता प्राप्त करनी है , तो आप केवल अच्छे कर्म करते रहिए,और परिणाम को भगवान की कृपा समझना शुरू करिए।

अगर आपको असंभावित सफलता प्राप्त करनी है , तो आप केवल अच्छे कर्म करते रहिए,और परिणाम को भगवान की कृपा समझना शुरू करिए।

अपनी वाणी पर हमेशा नियंत्रण रखें, क्योंकि इनका दुरुपयोग आप करते हैं,लेकिन बदनाम मां बाप के संस्कार होते हैं।

वास्तविक खुशी आपके मन की वह भावना है, जो किसी भी प्रकार के ईर्ष्या, द्वेष,मोह, क्रोध,लालच, डर, इच्छा और आदतों की अनुपस्थिति में जन्म लेती है,उसके अलावा आप जिसको खुशी मान बैठे हैं, वो केवल इच्छा पूर्ति है, जिससे दुख मिलना निश्चित है।

जीवन में किसी को धोखा देने के बाद अपनी बारी का इंतजार जरूर करना,क्योंकि आंखें हमारे कर्मों की गवाह जो हमें बेनकाब जरूर करेंगी।

जीवन में हारने जैसा कुछ भी नहीं है, क्योंकि हमेशा एक उम्मीद हमारा पीछा कर रही होती है,और ईश्वर हमारा हांथ थामने के लिए तैयार रहता है।

जब आपको कोई कार्य असंभव लगे, तो सबसे पहले संभव कार्य करने की आदत डालें,एक दिन आप इतने योग्य हो जाएंगे, कि असंभव भी संभव लगने लगेगा।

जब आप दूसरों से ज्यादा खुद को समझने लगते हैं तो आपके लिए हर मुश्किल आसान लगने लगती है।

किसी इच्छा की प्राप्ति आपकी खुशियों का पैमाना नहीं निर्धारित करती , लेकिन आपकी खुशियां आपकी सफलता का पैमाना जरूर हैं, इसलिए हर हाल में खुश रहें।

सच कभी कड़वा नहीं होता , सच्चाई यह है, कि वो लोगों के अनुसार नहीं होता, और कई झूठ को बेनकाब कर देता है।

आपकी सकारात्मक सोच तभी सार्थक है, जब आप उसे कर्म में शामिल करते हैं,अन्यथा उससे केवल निराशा ही मिलेगी।

आपकी सकारात्मक सोच तभी सार्थक है, जब आप उसे कर्म में शामिल करते हैं,अन्यथा उससे केवल निराशा ही मिलेगी।

दुनिया में हुनरमंद लोग अक्सर कम बोलते हैं, ताकि वह खुद के ज्यादा समय दे सकें।

जीवन के आनंद के लिए भक्ति करिए, आपकी समस्या का समाधान ईश्वर करेगा।

जितना समय लोग गप्पे हांकने में व्यर्थ करते हैं,उसका उपयोग अपने लक्ष्य के लिए करें,तो लोगों की भाग्य से शिकायत ही खत्म हो जाए।

आपका संघर्ष उस बादल की तरह है, जो सूरज का रास्ता रोकता है, लेकिन आगे चलकर सूरज की रोशनी ही जहां को रोशन करती है।

मुक्द्दरों की भी आंख मिचौली तभी तक चलती है, जब तक आप योग्यता के शिखर तक नहीं पहुंच जाते।

आपकी सफलता औऱ असफलता के बीच केवल कर्मों का फांसला है।

अगर आपने कुछ अच्छा सोचा है, तो उसे जल्दी करने की कोशिश करिए, क्योंकि सोच बदलने में समय हीं लगता।

कांटो से शिकायत करना ही बेकार है,क्योंकि चुभना तो उनकी फितरत है,गलतियां हमारी है, कि हमने पांव को खुला रखा है।

जीवन की परिस्थितियां गेंद की तरह हैं , अगर आप मजबूती से उनका सामना करते हैं, तो उसको मनचाही दिशा दे सकते हैं, अन्यथा वो जीवन की दिशा बदल देंगी।

आपके धोखा खाने की संभावना उस समय बढ़ जाती है, जब आप खुद का ख्याल रखना बंद कर देते हैं।

दुनिया में वो लोग अक्सर अकेले पाए जाते हैं, जो बदलाव लाना चाहते हैं, क्योंकि उस समय उनके सपनो पर कोई भरोसा नहीं करता ।

बहस केवल उससे करो जो आपकी भावनाओं को समझे,अन्यथा आपको केवल दुख ही मिलेगा।

दूसरों को खुश रखने से पहले खुद को खुश ऱखने की कोशिश करो, नहीं तो जब आपको पता चलेगा कि दूसरों के पीछे चलते चलते आपका वजूद खत्म हो गया, तो बहुत देर हो चुकी होगी।

आपकी काबिलियत इसमे नहीं है कि आपने कितनी मंजिल पाई, बल्कि इसमें है, कि आप कितनी दूर चलने का हौसला रखते हैं।

सुकून चाहने वालों को क्या करना चाहिए?
1- दूसरों के जीवन में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए
2- रिश्ते में दूसरों का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करना चाहिए
3- धोखा नहीं करना चाहिए
4- वर्तमान में जीना चाहिए।
5- समय का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
6- पैसे का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए
7- अह्म नहीं करना चाहिए
8- अनावश्यक नहीं बोलना चाहिए
9- अपनी कमजोरी हर किसी को नहीं बताना चाहिए
10- अपनी समस्याएं हर किसी को नहीं बताना चाहिए।
11- संतुष्ट रहना चाहिए
12- आलस्य नहीं करना चाहिए।

https://www.youtube.com/watch?v=FbzqiCCUB8A

गलत संगति से कैसे बचें?
1- सही लोगों का साथ करें
2- अपनी दिनचर्यां व्यवस्थिति और व्यस्त रखें ताकि फालतू काम के लिए समय न मिले
3- गलत का समर्थन किसी रूप में न करें
4- अपनीआ इमेज ऐसी रखें कि आप सही हैं, इससे गलत लोग आपकी संगति में नहीं आएंगे
5- सतसंग करें
6- कथाएं सुनें इससे आपका मन निर्मल होगा और आप सही गलत में फर्क कर पाएंगे
7- सेवा करें इससे आपको गलत से लड़ने की शक्ति मिलेगी
8- अगर आपमे कोई गलत आदत है, तो उसको छोड़ने का संकल्प लें और किसी से इसका जिक्र न करें
9- अपनी कमी किसी को न बताएं केवल उसको सुधारें अन्यथा लोग आपका उपहास करेंगे
10- भक्ति की तरफ मुड़ जाएं इससे गलत लोग आपके पास आएंगे ही नहीं, क्योंकि आप उनके योग्य ही नहीं रहेंगे।

जैसे ही इंसान दूसरों का विनाश सोचता है, पहले उसका मानसिक विनाश होने लगता है, उसके बाद लोगों से व्यवहार व रिश्ते, फिर शरीर और धन दो का नाश हो जाता है।

धनी लोग दुखी क्यों रहते हैं?
1- वो धन को सबकुछ मान बैठें हैं
2- धन के चक्कर में स्वास्थ को उपेक्षित करते हैं
3- धन के चक्कर में दूसरों का शोषण करते हैं, जिसकी वजह से उनका मन अशांत रहता है
4- धन के मद में चूर होकर नशा व अन्य गलत काम करते हैं
5- वो सरल व्यक्ति को मूर्ख समझतें हैं, इसलिए उनका पतन होने लगता है
6- व्यक्ति की कीमत पैसे से करते हैं, जिसके कारण मूर्ख लोग उनके मित्र बन जाते हैं, औऱ नुकसान पहुंचाते रहते हैं
7- उनको लगता है धन से सबकुछ हांसिल किया जा सकता है, इसलिए कभी शांति का प्रयास नहीं करते
8- अच्छा कार्य भी दिखावे के लिए करते हैं, जिसके कारण उनको उसका फल नहीं मिल पाता
9- रिश्ते में ईमानदारी नहीं रखते इसलिए रिश्तेदार भी उनके दुश्मन होते हैं

 

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